कुंड और प्राचीन 32 कुएं वाले 250 साल पुराने संभल के बांके बिहारी मंदिर पहुंचे DM-SP, क्या पता चला?

अनूप कुमार

UP News: संभल लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. जैसे-जैसे खुदाई हो रही है, संभल क्षेत्र का प्राचीन इतिहास बाहर निकलकर सामने आ रहा है. इसी बीच संभल जिलाधिकारी और संभल एसपी चंदौसी में मिली बावड़ी और प्राचीन बांकेबिहारी मंदिर का निरीक्षण करने पहुंचे.

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UP News: संभल लगातार चर्चाओं में बना हुआ है. जैसे-जैसे खुदाई हो रही है, संभल क्षेत्र का प्राचीन इतिहास बाहर निकलकर सामने आ रहा है. इसी बीच संभल जिलाधिकारी और संभल एसपी चंदौसी में मिली बावड़ी और प्राचीन बांकेबिहारी मंदिर का निरीक्षण करने पहुंचे.
बता दें कि जिस प्राचीन बांके बिहारी मंदिर का का संंभल जिलाधिकारी और संभल एसपी ने दौरा किया है, वह 250 साल पुराना है. अब ये मंदिर खंडहर में बदल चुका है. प्राचीन समय में इस मंदिर में कई कुंड थे, जिनकी पूजा की जाती थी. 

बता दें कि मंदिर के चारों तरफ कुंड बने हुए हैं और चारों तरफ 32 कुएं भी बने हुए हैं. अब इस प्राचीन मंदिर को पुनर्जीवित करने की भी मांग तेज हो गई है. इसी बीच जिलाधिकारी संभल ने बांकेबिहारी मंदिर और मंदिर में बने कुंड को पुनर्जीवित करने की बात कही है.

बांकेबिहारी मंदिर का ये है इतिहास

माना जाता है कि बांकेबिहारी को जोशी परिवार ने बनवाया था. जोशी परिवार ने मंदिर के लिए अपनी संपत्ति दान की थी. ये मंदिर करीब 250 साल पुराना है. यहां प्राचीन कुंड और कुएं मौजूद हैं. मान्यता है कि इस मंदिर के दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते थे. मगर अब ये मंदिर पूरी तरह से खंडहर बन चुका है. 

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अब बावड़ी की खुदाई करेगी ASI टीम

इसी बीच चंदौसी में मिली बावड़ी को लेकर भी बड़ी खबर सामने आ रही है. दरअसल बावड़ी की दूसरी मंजिल पर ASI टीम को खतरा नजर आ रहा है. ऐसे में ASI टीम ने बावड़ी की खुदाई को रोक दिया है. सूत्रों के मुताबिक, ASI टीम अब अपनी टीम से बावड़ी की खुदाई करवाएगी.

 

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