बिजनौर का इतना खूबसूरत सरकारी स्कूल कर दिया जाएगा बंद? सोशल मीडिया पर वायरल दावे की सच्चाई जानिए

संजीव शर्मा

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Bijnor School News
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Bijnor School News :  सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों यूपी के बिजनौर के एक सरकार स्कूल की तस्वीरें और वीडियो काफी वायरल हो रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वीडियो शेयर कर ये दावा किया जा रहा है कि बिजौनर का ये खूबसूरत सरकारी स्कूल बंद हो रहा है. स्कूल के बंद होने के पीछे ये वजह बताई जा रही है कि यहां पढ़ने वाले छात्रों की संख्या पचास से कम है और इसलिए इसे बंद किया जा रहा है. सोशल मीडिया पर ऐसा तमाम दांवे के साथ बिजनौर के इस स्कूल के फोटो और वीडियो तैर रहे हैं. इस दावों की सच्चाई का पता लगाने यूपी तक की टीम पहुंची उस स्कूल में. 

प्राइवेट स्कूलों को टक्कर देता है ये सरकारी स्कूल

बता दें कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स जब से बिजनौर के बुढ़नपुर  ब्लॉक के गांव कासमपुर वीरू खालसा के अंदर बना प्राइमरी स्कूल के बंद होने के दावा किया जा रहा है तब से वहां पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों में बेचैनी पैदा हो गई है.  कासमपुर वीरू खालसा में बना ये सरकारी स्कूल, किसी प्राइवेट स्कूल से कम नहीं है. इस स्कूल के शिक्षा का स्तर के बेहतरीन होने के साथ ही इसकी बिल्डिंग भी काफी खूबसूरत है. इस प्राथमिक विद्यालय में प्रवेश करते ही आपको किसी प्राइवेट स्कूल में आने का एहसास होता. स्कूल के लॉन से लेकर क्लासरूम तक सभी बेहतरीन है. वहीं पिछले कुछ दिनों से इसी स्कूल के बंद होने का दावा सोशल मीडिया पर किया जा रहा है. 

स्कूल के बंद होने का दावा

वहीं जब इस दावे की सच्चाई जानने यूपी तक की टीम स्कूल पहुंची तो वहां पढ़ाने वाले अध्यापकों ने इस बात का पूरी तरह से खंडन किया. स्कूल के इंचार्ज प्रिंसिपल वैभव चौधरी ने बताया कि, 'जिस गांव में यह स्कूल बना है, उसकी आबादी मात्र ढाई सौ है.  इस गांव के 95 प्रतिशत बच्चे इस विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. फिलहाल स्कूल में 38 बच्चे शिक्षा पा रहे हैं  और गांव में अन्य कोई बच्चा ना होने के कारण फिलहाल छात्रों की संख्या नहीं बढ़ पा रही है. इस विद्यालय में इंचार्ज प्रिंसिपल सहित मात्र दो ही टीचर हैं, जो बच्चों को शिक्षा दे रहे हैं. हम लगातार बच्चों की संख्या बढ़ाने पर भी जोर दे रहे हैं. विद्यालय के शिक्षा का स्तर काफी अच्छा है. हमारे स्कूल के बच्चे नवोदय विद्यालय में टेस्ट देने के बाद उसमें एडमिशन भी पा रहे हैं.' 

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प्रिंसिपल वैभव चौधरी ने स्कूल के बंद होने के बात पर कहा कि, ऐसी कोई भी जानकारी हमें नहीं दी गई है. बच्चों की संख्या की सूचना उपल्बध कराने सूचना हमसे जरुर मांगी गई थी पर स्कूल बंद होने की कोई भी बात नहीं है.

यूपी तक ने पता लगाई सच्चाई 

वहीं यूपी तक इस दावे की सच्चाई का पता लगाने बेसिक शिक्षा विभाग में पहुंचा. बेसिक शिक्षा अधिकारी योगेंद्र कुमार ने यूपी तक से बात करते हुए यह  स्पष्ट कर दिया है कि, 'यह जिले का सबसे शानदार विद्यालय है और इसे किसी भी कीमत पर बंद नहीं किया जाएगा. बल्कि इसमें छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए आसपास के विद्यालय के बच्चों को इसमें मर्ज कर इसको लगातार प्रोत्साहित कर आगे बढ़ाया जाएगा.' उन्होंने बताया कि, विभाग द्वारा सिर्फ ऐसे विद्यालयों के चिन्हित करने के निर्देश दिए हैं जिन विद्यालयों में छात्रों की संख्या कम है. ऐसे विद्यालयों को दूसरे अच्छे विद्यालयों से जोड़कर और उनके छात्रों को अच्छे विद्यालयों में मर्ज कर वहां शिक्षा दिलाई जाएगी. वहीं पर छात्रों की संख्या के अनुसार टीचरों का भी समायोजन विद्यालय में किया जाएगा. कोई भी विद्यालय बंद नहीं होगा. ऐसी कोई भी सरकार की या विभाग की मंशा नहीं.'
 

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