‘छात्रों पर पुलिस का हिंसक प्रहार शर्मनाक’, प्रयागराज मामले को लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मंगलवार, 25 जनवरी को छात्रों के प्रदर्शन और फिर हुई पुलिस की कार्रवाई के मामले पर अब राजनीति तेज हो…
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में मंगलवार, 25 जनवरी को छात्रों के प्रदर्शन और फिर हुई पुलिस की कार्रवाई के मामले पर अब राजनीति तेज हो गई है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को आरआरबी-एनटीपीसी परीक्षा 2021 के परिणाम से नाराज छात्रों ने प्रदर्शन किया था.
इस मामले पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 जनवरी को ट्वीट कर कहा,
“इलाहाबाद में अपने रोजगार के लिए हक की आवाज बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार… शर्मनाक एवं घोर निंदनीय है. भाजपा सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो भाजपा के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा. सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है.”
इलाहाबाद में अपने रोज़गार के लिए हक़ की आवाज़ बुलंद करने वाले बेगुनाह छात्रों पर पुलिस द्वारा हिंसक प्रहार… शर्मनाक एवं घोर निंदनीय है।
भाजपा सरकार में छात्रों के साथ जो दुर्व्यवहार हुआ है, वो भाजपा के ऐतिहासिक पतन का कारण बनेगा।
सपा संघर्षशील छात्रों के साथ है! pic.twitter.com/ii7QyIXd3b
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) January 26, 2022
इससे पहले समाजवादी पार्टी ने एक वीडियो ट्वीट कर लिखा था, “प्रयागराज में एनटीपीसी के रिजल्ट को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा छोटा बघाड़ा लॉज में घुसकर निर्दोष विद्यार्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज घोर निंदनीय. हर कदम पर दमन करने वाली भाजपा सरकार को युवा पलट देंगे इस बार. युवाओं का इंकलाब होगा 22 में बदलाव होगा.”
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प्रयागराज में एनटीपीसी के रिजल्ट को लेकर प्रदर्शन कर रहे छात्रों को हटाने के लिए पुलिस द्वारा छोटा बघाड़ा लॉज में घुसकर निर्दोष विद्यार्थियों पर बर्बर लाठीचार्ज घोर निंदनीय!
हर कदम पर दमन करने वाली भाजपा सरकार को युवा पलट देंगे इस बार।
युवाओं का इंकलाब होगा 22 में बदलाव होगा। pic.twitter.com/J4mtSDnk48
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 25, 2022
वहीं, इस मामले पर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने ट्वीट कर कहा, “रेलवे एनटीपीसी व ग्रुप डी परीक्षा से जुड़े युवाओं पर दमन की जितनी निंदा की जाए, कम है. सरकार तुरंत दोनों परीक्षाओं से जुड़े युवाओं से बात करके उनकी समस्याओं का हल निकाले. छात्रों के हॉस्टलों में घुसकर तोड़-फोड़ और सर्च की कार्रवाई पर रोक लगाए.”
यूपी के डिप्टी सीएम केशव बोले- छात्रों के साथ घटना दुर्भाग्यपूर्ण
यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट कर कहा, “प्रयागराज में छात्रों के साथ घटना दुर्भाग्यपूर्ण है, दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी, छात्रों से संयम की अपील है, विपक्ष छात्रों के मामले में राजनीति न करे, जिन लोगों ने छात्रों की आड़ लेकर उपद्रव किया है जांच कर उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, प्रत्येक छात्र हमारा परिवार है.”
प्रयागराज में छात्रों के साथ घटना दुर्भाग्यपूर्ण है,दोषी पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई होगी,छात्रों से संयम की अपील है,विपक्ष छात्रों के मामले में राजनीति न करे,जिन लोगों ने छात्रों की आड़ लेकर उपद्रव किया है जाँच कर उनके ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी,प्रत्येक छात्र हमारा परिवार है,
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) January 26, 2022
पुलिस का क्या कहना है?
प्रयागराज के एसएसपी अजय कुमार ने कहा, “25 जनवरी को प्रयाग रेलवे स्टेशन पर लगभग 1000 उपद्रवी तत्वों के जमा होने, रेलवे ट्रैक जाम, रेलवे इंजन में आग लगाने की सूचना मिली. छात्रों को समझाकर वापस भेजा जा रहा था लेकिन छात्रों के बीच छुपे कुछ उपद्रवी तत्वों ने पुलिस पर पथराव किया और लॉज में छिप गए.”
उन्होंने आगे कहा, “उनको चिन्हित करने के लिए पुलिस टीम वहां पर गई और कई लोगों को पकड़ कर लाई.”
एसएसपी प्रयागराज ने कहा, “उपद्रवी तत्वों के खिलाफ 13 गंभीर धाराओं में थाना कर्नलगंज पर मुकदमा दर्ज हुआ है, 3 नामजद व करीब 1000 अज्ञात उपद्रवियों पर मुकदमा दर्ज हुआ. 11 लोगों की टीम बनाई है, अगर जांच में आता है कि कोई विशेष पार्टी संलिप्त है तो चुनाव आयोग को पत्र लिखेंगे, मुकदमा दर्ज करेंगे.”
पुलिस ने इस मामले में दो नामजद अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों में प्रदीप यादव और मुकेश यादव शामिल हैं जबकि सोशल मीडिया पर कथित तौर पर भड़काऊ टिप्पणी करने वाले राजेश सचान की तलाश जारी है.
मामले में 6 पुलिसकर्मी सस्पेंड
प्रयागराज एसएसपी ने कहा कि इस मामले में 6 पुलिसकर्मियों- एक इंस्पेक्टर, दो सब-इंस्पेक्टर और तीन कॉन्स्टेबलों को अनावश्यक रूप से बल प्रयोग करने के लिए सस्पेंड कर दिया गया है.
रेलवे ने क्या कहा?
रेलवे ने अपनी भर्ती परीक्षाओं की चयन प्रक्रिया को लेकर परीक्षार्थियों के हिंसक विरोध-प्रदर्शन के बाद एनटीपीसी और लेवल-1 की परीक्षाएं स्थगित करने का फैसला किया है. रेलवे के प्रवक्ता ने बुधवार को बताया कि रेलवे ने एक समिति भी बनाई है, जो विभिन्न रेलवे भर्ती बोर्ड (आरआरबी) की ओर से आयोजित परीक्षाओं में सफल और असफल होने वाले परीक्षार्थियों की शिकायतों की जांच करेगी.
प्रवक्ता के मुताबिक, दोनों पक्षों की शिकायतें और चिंताएं सुनने के बाद समिति रेल मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपेगी.
वहीं इस मामले पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा, “छात्र 16 फरवरी तक समिति के सामने अपनी शिकायतें प्रस्तुत कर सकते हैं. समिति इन शिकायतों की जांच करेगी और 4 मार्च से पहले अपनी सिफारिशें प्रस्तुत करेगी.”
बता दें कि मंगलवार को रेलवे ने एक नोटिस जारी कर परीक्षार्थियों को चेतावनी दी थी कि प्रदर्शन के दौरान तोड़फोड़ सहित अन्य गैरकानूनी गतिविधियों में शामिल लोगों की रेलवे में भर्ती पर हमेशा के लिए पाबंदी लगा दी जाएगी. यह चेतावनी कई जगहों पर प्रदर्शनकारी परीक्षार्थियों के रेलवे पटरियों पर धरने पर बैठने के मद्देनजर आई थी.