यूपी के वाराणसी से चला गंगा विलास क्रूज बिहार के इस जिले में फंसा, सामने आई ये वजह, जानिए

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दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज के रूप में अपने पहले सफर पर शुक्रवार को वाराणसी से रवाना हुआ ‘एमवी गंगा विलास’ सोमवार को बिहार…

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गंगा विलास क्रूज
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दुनिया के सबसे लंबे रिवर क्रूज के रूप में अपने पहले सफर पर शुक्रवार को वाराणसी से रवाना हुआ ‘एमवी गंगा विलास’ सोमवार को बिहार के छपरा में फंस गया. क्रूज को नदी किनारे लगने था, लेकिन किनारे पर काफी कम पानी होने के कारण वह फंस गया.

ऐसे में इस क्रूज को किनारे से लगभग 300 से 400 मीटर दूर ही खड़ा किया गया था. क्रूज के साथ ही चल रही छोटी नावों के जरिए सभी सैलानियों को नदी के किनारे तक लाया गया.

वहीं, नदी में पानी कम होने के कारण क्रूज को किनारे लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी. जिला प्रशासन ने SDRF की टीम के सहयोग से छोटी नावों के जरिए सभी सैलानियों को नदी के किनारे तक पहुंचाया.

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बता दें कि वाराणसी से चला गंगा क्रूज 51 दिनों में लगभग 3,200 किमी की यात्रा करके बांग्लादेश के रास्ते असम के डिब्रूगढ़ तक पहुंचेगा.

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को इस क्रूज को हरी झंडी दिखाकर वाराणसी से रवाना किया था. इस क्रूज में सभी लक्जरी सुविधाओं से युक्त तीन डेक, 36 पर्यटकों की क्षमता वाले 18 सुइट हैं.

इस क्रूज की पहली यात्रा पर स्विट्जरलैंड के 32 पर्यटक रवाना हुए हैं. इस यात्रा से पर्यटकों को भारत एवं बांग्लादेश की कला, संस्कृति, इतिहास और आध्यात्मिकता से अवगत होने का अवसर मिलने की संभावना है.

एमवी गंगा विलास क्रूज की यात्रा का मार्ग भारत की खूबियां दर्शाने की मंशा के साथ निर्धारित किया गया है. इस लंबी यात्रा में यह क्रूज विश्व धरोहर स्थलों, राष्ट्रीय उद्यानों, नदी घाटों और बिहार में पटना, झारखंड में साहिबगंज, पश्चिम बंगाल में कोलकाता, बांग्लादेश में ढाका और असम में गुवाहाटी जैसे प्रमुख शहरों सहित 50 पर्यटन स्थलों से होकर गुजरेगा.

(बिहार तक के आलोक जायसवाल के इनपुट्स के साथ)

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