‘गर्मी उतर जाएगी’: CM योगी आदित्यनाथ के बयान पर अब आया अखिलेश का जवाब, जानें क्या बोले

कुमार कुणाल

• 02:39 PM • 02 Feb 2022

यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान आगामी 10 फरवरी को होना है. ऐसे में नेताओं के बीच सियासी हमले तेज हो गए हैं…

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यूपी विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान आगामी 10 फरवरी को होना है. ऐसे में नेताओं के बीच सियासी हमले तेज हो गए हैं और उनके तीखे बयान भी सामने आ रहे हैं. इसी कड़ी में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ पर जमकर निशाना साधा है.

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अखिलेश ने शामली में चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी के गर्मी वाले बयान पर जवाब देते हुए यूपी तक से कहा, “सवाल यह है कि क्या गन्ना किसानों की कीमत समय पर मिलेगी और जो बकाया है वह मिलेगा या नहीं मिलेगा और जो वायदा भारतीय जनता पार्टी ने किया था कि किसानों की आय दोगुनी होगी…कमाई घटती जा रही है और महंगाई बढ़ती जा रही है.”

उन्होंने आगे कहा, “उत्तर प्रदेश को डबल इंजन की सरकार ने बर्बाद कर दिया है, तो गर्मी तो स्वाभाविक आएगी. जो खिसियाया है और जिसके पास कोई जवाब नहीं है, वह गर्म होता है, वह गर्म नहीं होता, जिसके पास जवाब हो…इसलिए यह गर्मी-सर्दी की बात नहीं है. सवाल यह है कि क्या किसान खुशहाल होगा कि नहीं होगा और यह चुनाव भारतीय जनता पार्टी बनाम भाईचारा है.”

बता दें कि 31 जनवरी को सीएम योगी ने कहा था, “ये जो गर्मी अभी कैराना और मुजफ्फरनगर में दिखाई दे रही है न, ये सब शांत हो जाएगी इसके बाद…मैं मई और जून में भी ‘शिमला’ बना देता हूं.”

हाल ही में चुनाव प्रचार के दौरान सीएम योगी के भाषा को लेकर पूछे गए सवाल पर अखिलेश ने कहा, “मुझे उम्मीद है कि इलेक्शन कमीशन इन चीजों को नोटिस करेगा. अगर आचार संहिता का उल्लंघन भाषा के रूप में या नियमों के रूप में होता है तो चुनाव आयोग इसको देखेगा कि हारती हुई पार्टी की भाषा क्या है?”

एक अन्य सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, “समाजवादी पार्टी और गठबंधन ने तय किया है कि आने वाले समय में किसानों को गन्ना भुगतान के लिए धरना नहीं देना पड़ेगा और जब भी उन्हें जरूरत पड़ेगी गन्ने के पैसे की तो 15 दिन में भुगतान होगा, चाहे उसके लिए फार्मर कॉरपस फंड बजट से बनाना पड़े तो हम बनाएंगे.”

जिस तरह से पिछले तीन चुनावों (2014 के लोकसभा, 2017 के विधानसभा और 2019 के लोकसभा) में यहां धुव्रीकरण हुआ था, क्या इस बार भी ये हो सकता है? इस सवाल के जवाब में अखिलेश ने कहा, “यह चुनाव किसानों ने अपने मान सम्मान से जोड़ा है, किसानों ने तकलीफ और परेशानी का सामना किया है. 700 किसान शहीद हुए हैं और ना जाने कितने किसानों पर मुकदमे दर्ज हुए.”

उन्होंने आगे कहा, “700 किसान शहीद हुए और फिर भी वे नहीं रुके, अगर भारतीय जनता पार्टी का एक-एक प्रत्याशी सात सौ बार कान पकड़ कर उठक बैठक करेगा फिर भी किसान उन्हें माफ करने वाले नहीं हैं.”

बीजेपी की तरफ से एसपी सरकार के दौरान कैराना में पलायन को लेकर लगाए जा रहे आरोपों पर अखिलेश ने कहा, “अमित शाह को उत्तराखंड जाना चाहिए, जहां पलायन हुआ है. गांव के गांव खाली हो गए हैं. उत्तर प्रदेश से भारतीय जनता पार्टी का राजनीतिक पलायन होगा. इनके कार्यकर्ता और नेता गांवों में घुस नहीं पा रहे हैं और लखीमपुर खीरी की घटना के बाद तो शर्मिंदा होकर कार्यकर्ताओं ने इनका झंडा उतार दिया है.”

कैराना, मुजफ्फरनगर में दिख रही गर्मी, मैं मई-जून में भी ‘शिमला’ बना देता हूं: CM योगी

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