समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज यानी 26 नवंबर को दोपहर 2 बजे बॉलीवुड अभिनेता फरहान अख्तर के साथ लखनऊ के पलासियो मॉल में '120 बहादुर' मूवी देखने जाएंगे. अखिलेश यादव का इस मूवी को देखना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है. बता दें कि '120 बहादुर' मूवी अहिर समुदाय के सैन्य इतिहास और उनकी वीरता पर आधारित है. हर कोई इस सवाल का जवाब तलाशना चाह रहा है कि अखिलेश यादव ने इस मूवी को हॉल में देखना क्यों पसंद किया है. क्या इसके पीछे उनकी कोई रणनीति है? आइये इन्हीं सवालों के जवाब आपको खबर में आगे बताते हैं.
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अखिलेश देने चाहते अपने वोट बैंक को संदेश?
ऐसी चर्चा है कि इस मूवी के जरिए अखिलेश यादव जातिगत समीकरण साधना चाहते हैं. अखिलेश यादव खुद अहीर (यादव) समुदाय से आते हैं. उत्तर प्रदेश में यादव वोटर्स सपा का मजबूत वोट बैंक माना जाता है. जैसा कि सबको पता है कि फरहान अख्तर की ये फिल्म सेना में अहीर समुदाय के इतिहास और उनकी बहादुरी को दर्शाती है. ऐसे में अखिलेश इसके जरिए अहीर समुदाय को यह संदेश देना चाहते हैं कि समाजवादी पार्टी उनकी बहादुरी और पहचान का सम्मान करती है. अखिलेश का मकसद अहीर समुदाय के वोटबैंक को एकजुट करना भी माना जा रहा है ताकि इसमें किसी भी तरह की सेंधमारी को रोका जा सके.
अहीर रेजिमेंट की मांग होगी तेज
मालूम हो कि सपा से जुड़े लोग बीते काफी समय से भारतीय सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग करते रहे हैं. उनका कहना है कि जब सेना में और जातियों के नाम पर रेजिमेंट हैं तो अहीर रेजिमेंट क्यों नहीं? ऐसे में सपा चीफ अखिलेश यादव का ऐसी मूवी देखना जिसमें अहीर समुदाय के शौर्य को दिखाया गया हो, कहीं-कहीं न कहीं सेना में अहीर रेजिमेंट की मांग को लेकर भी एक संदेश देगा.
युवाओं के बीच बनेगी पैठ
ऐसा कहा जा रहा है कि अखिलेश यादव का बॉलीवुड स्टार फरहान अख्तर के साथ मॉल में जाकर मूवी देखना युवाओं को यह संदेश देगा कि उनकी छवि आधुनिक है. इसके जरिए युवाओं के बीच उनकी पकड़ मजबूत होगी. बता दें कि अखिलेश यादव का 120 बहादुर फिल्म देखना केवल मनोरंजन नहीं बल्कि कोर वोट बैंक को साधने और अपनी राजनीतिक छवि को चमकाने का एक प्रयास है.
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