उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजे आने के बाद लगातार चर्चा बनी हुई है कि समाजवादी पार्टी (एसपी) के अध्यक्ष अखिलेश यादव सांसदी छोड़ेंगे या विधायकी. हाल ही में अखिलेश करहल विधासनभा सीट से एसपी प्रत्याशी के रूप में विधायक चुने गए हैं, जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में वह आजमगढ़ संसदीय क्षेत्र से सांसद चुने गए थे.
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इस बीच 21 मार्च को जब पत्रकारों ने अखिलेश से पूछा कि क्या वह विधायक बने रहेंगे या सांसद? इस पर उन्होंने कहा, “आप लोग आजमगढ़ के पत्रकार हो, महत्वपूर्ण सवाल पूछ लिया है, हम आपसे भी जानना चाहेंगे कि क्या करूं मैं.”
जब पूछा गया कि एमएलसी चुनाव के एसपी प्रत्याशियों की ताजा लिस्ट में यादव सरनेम नहीं है, तो इस पर अखिलेश ने कहा, “अगर बीजेपी अपनी लिस्ट जाति के हिसाब से दे, तो वो कहते हैं कि ये सोशल इंजीनियरिंग कर रहे हैं. समाजवादी पार्टी अगर अपनी सीटें घोषित कर दे तो बोलते हैं कि जातिवादी लोग हैं…तो सोशल इंजीनियरिंग किसे कहा जाता है और किसे जातिवादी कहा जाता है.”
अखिलेश ने कहा, “बीजेपी की लिस्ट अगर देखोगे तो किनको पाओगे? हमारे गिने जा रहे हैं तो कम से कम बीजेपी को अपने भी गिनकर बताने चाहिए कि उन्होंने किसको टिकट दिए. कई जगह सुनने में आया है कि जहां माफिया लोगों को जिताना है, वहां बीजेपी कैंडिडेट नहीं उतार रही है.”
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (एसबीएसपी) के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर के बीजेपी गठबंधन में जाने की अटकलों पर अखिलेश ने कहा, “होली के दिन बीजेपी के लोगों ने इस तरह का काम किया है. कहा जाता है न कि बुरा न मानो होली, बीजेपी के लोग कुछ भी कर सकते हैं, कोई भी न्यूज प्लांट कर सकते हैं….जितनी भी अफवाहें फैलाई जा रही थीं वो बीजेपी के कुछ जाने माने लोग फैला रहे थे. कम से कम ओम प्रकाश राजभर जी समाजवादी पार्टी के साथ डटे हुए हैं. इस बात के लिए आपको उन्हें बधाई देनी चाहिए.”
क्या 2024 में भी एसबीएसपी के साथ मिलकर आप चुनाव लड़ेंगे? इस पर अखिलेश ने कहा, “आने वाले समय में जितने भी गठबंधन हमारे साथ हैं, सब साथ रहेंगे. समाजवादी पार्टी की कोशिश होगी कि हर वर्ग को और जोड़े. इस बार हम लोगों ने जोड़ा, हर वर्ग के लोगों ने समर्थन दिया, आने वाले समय में हम लोग और लोगों को जोड़ेंगे.”
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