UP News: लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को फतेहपुर जिले में मृतक हरिओम वाल्मीकि के परिवार से मुलाकात की. 2 अक्टूबर को हरिओम वाल्मीकि (40 वर्ष) को ग्रामीणों ने चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला था. हरिओम की हत्या के बाद से ही राजनीति तेज है. हरिओम के परिजनों से मिलने के बाद राहुल गांधी ने कहा कि उत्तर प्रदेश का प्रशासन पीड़ित परिवार को डराने-धमकाने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि अधिकारी परिवार को उनसे मिलने से रोकने की कोशिश कर रहे थे. इस बीच हरिओम वाल्मीकि के परिजनों का राहुल गांधी से बातचीत का वीडियो सामने आया है.
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यूपी कांग्रेस ने वीडियो शेयर करते हुए कहा, "हरिओम वाल्मीकि जी का परिवार न्याय का हकदार है और अपराधी सजा के. कोई कितनी भी कोशिश कर ले- हम वंचितों, शोषितों और पीड़ितों की आवाज बुलंद करते रहेंगे."
वीडियो में हरिओम वाल्मीकि के परिजनों कह रहे हैं कि उन्हें घर से बाहर नहीं जाने दिया जा रहा है. राहुल गांधी ने जब हरिओम वाल्मीकि की तस्वीर मंगाई तब मृतक की मां कांग्रेस नेता के सामने जमीन पर लेट गईं. इसके बाद राहुल ने उन्हें उठाया और बैठने के लिए कहा. बातचीत में हरिओम की बहन ने कहा कि उन्हें मिलने से (राहुल गांधी से) रोका जा रहा था पर उन्होंने कहा कि चाहे उनकी जान चली जाए लेकिन वह मिलेंगी जरूर.
वीडियो में राहुल गांधी कह रहे हैं कि मृतक के परिवार को कानूनी सहायता देने में मदद की जाए. साथ ही राहुल ने हरिओम की बहन नौकरी दिलवाने का आश्वासन दिया. उन्होंने परिजनों से कहा कि जब दबाव कम हो जाए उसके बाद वह दिल्ली आ सकते हैं.
पत्रकारों से बातचीत में राहुल ने क्या कहा?
पत्रकारों से बात करते हुए राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि "इस सरकार के शासन में दलितों पर अत्याचार चरम पर है." उन्होंने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के हालिया आंकड़ों का भी हवाला दिया, जो दिखाते हैं कि दलित उत्पीड़न के मामलों में उत्तर प्रदेश देश में सबसे आगे है.
मृतक के भाई शिवम ने क्या दावा किया था?
राहुल गांधी के दौरे से कुछ घंटे पहले मृतक के भाई शिवम वाल्मीकि का एक वीडियो सामने आया था, जिसमें कथित तौर पर परिवार ने कहा था कि गांधी को इस दौरे का राजनीतिक इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. इस पर कांग्रेस पार्टी ने दावा किया कि यह वीडियो बीजेपी द्वारा दबाव बनाने और स्थिति को प्रभावित करने की कोशिश थी. गांधी के दौरे से पहले इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे और हरिओम के घर जाने वाली गली को बैरिकेड लगाकर बंद कर दिया गया था.
बता दें कि 2 अक्टूबर को देर रात हरिओम वाल्मीकि (40 वर्ष) को ग्रामीणों ने चोर समझकर पीट-पीटकर मार डाला था. इस घटना के बाद राजनीतिक दलों ने विरोध जताया था. पुलिस ने अब तक 14 लोगों को गिरफ्तार किया है और लापरवाही बरतने के आरोप में पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित भी किया जा चुका है.
हालांकि, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 11 अक्टूबर को हरिओम की पत्नी संगीता वाल्मीकि से मुलाकात कर न्याय और सरकारी मदद का आश्वासन दिया था, जिसमें स्थायी नौकरी और सरकारी आवास शामिल है.
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