Mahoba News: महोबा जिले में अजब-गजब नजारा देखने को मिला है. यहां के जिला अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड के बाहर एक तांत्रिक महिला का तंत्र-मंत्र से इलाज करता दिखाई दिया है. तांत्रिक ने महिला को बिच्छू के काटने पर मंत्रों का जाप कर ठीक करने का दावा किया. बता दें कि जिला अस्पताल में झाड़-फूंक से इलाज करने का वीडियो कैमरे में कैद हो गया, जिसको लेकर लोगों में चर्चा हो रही है.
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आपको बता दें कि लखन सिंह नामक तांत्रिक ने अपने तंत्र-मंत्र से मरीज को ठीक करने का दावा करते हुए बताया कि उसने मंत्रों के साथ इलाज किया है, जिससे महिला को बहुत फायदा हुआ. और वो कई सालों से बिच्छू के काटने का इलाज करता आ रहा है.
यहां जानिए पूरा मामला
दरअसल, महोबा में आज भी झाड़फूंक से लोग इलाज कराने में विश्वास रखते हैं. डॉक्टरों से ज्यादा तांत्रिक और बाबाओं से इलाज कराने के मामले सामने आते रहते हैं. मगर सबसे अजीब बात तो यह है कि जिला अस्पताल परिसर में भी इन तांत्रिकों से मरीज इलाज करा रहे हैं.
बता दें कि ताजा मामला जिला अस्पताल परिसर का है, जहां एक महिला मरीज को मंत्र पढ़कर ठीक करने का वीडियो कैमरे में कैद हुआ है. बताया जाता है कि चरखारी कोतवाली क्षेत्र के सालट गांव में रहने वाले परीक्षित की 42 वर्षीय पत्नी ठकुरिया अपने खेत में, थी तभी उसे एक जहरीले बिच्छू ने डंक मार कर काट लिया, जिससे उसकी हालत बिगड़ने लगी.
पति और परिवार के लोग उसे इलाज के लिए महोबा जिला अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां इमरजेंसी वॉर्ड में तैनात डॉक्टर आरपी सिंह द्वारा महिला का प्राथमिक उपचार किया गया. मगर इलाज के दौरान अचानक महिला को परिवार के लोग वॉर्ड के बाहर ले आए, जहां पहले से मौजूद लाखन सिंह नामक तांत्रिक ने उसका इलाज करना शुरू कर दिया.
तांत्रिक ने काटे हुए स्थान पर पेन से कुछ निशान बनाए और मुंह से मंत्रों को गुदगुदाने लगा, यह नजारा जिला अस्पताल के परिसर में देख तमाशबीन भी खड़े हो गए. जिस अस्पताल में मौजूद डॉक्टरों से महिला को इलाज मिलना चाहिए था, उस महिला मरीज या उसके परिजन को शायद डॉक्टरों के इलाज पर भरोसा नहीं था. यही वजह है कि तांत्रिक से इलाज कराया गया.
वहीं महिला मरीज ने बताया कि तांत्रिक की झाड़-फूंक के बाद से उसे थोड़ी राहत है. यहीं नही तांत्रिक भी दावा करता है कि बिच्छू के काटे का असर वह खत्म कर देगा और पूर्व में भी कई मरीजों को ठीक कर चुका है.
जिला अस्पताल के इमरजेंसी वॉर्ड में तैनात डॉक्टर आरपी सिंह ने बताया कि उनके द्वारा महिला का इलाज किया गया, तभी वह बिना बताए चली गई. महिला मरीज ठाकुरिया ने बताया की जब डॉक्टर उसका इलाज कर रहे थे, तब आराम नहीं मिला था. अब जब तांत्रिक ने इलाज किया तो उसे काफी आराम मिला है.
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