कानपुर में अब प्रॉपर्टी खरीदना और बेचना महंगा हो गया है. प्रशासन ने पूरे जिले के सर्किल रेट में औसतन 30 प्रतिशत की भारी बढ़ोतरी कर दी है. इस वृद्धि के बाद कानपुर के पॉश इलाके स्वरूप नगर की जमीन अब लखनऊ के हजरतगंज और गोमती नगर से भी महंगी हो गई है. अधिकारियों का कहना है कि यह कदम बाजार मूल्य और सरकारी दर के बीच के अंतर को कम करने के लिए उठाया गया है.
ADVERTISEMENT
लखनऊ के पॉश एरिया से भी महंगी हुई कानपुर जमीन की कीमत
प्रशासन द्वारा जारी किए गए नए सर्किल रेट ने कानपुर के रियल एस्टेट बाजार में बड़ा बदलाव ला दिया है. आवासीय क्षेत्रों में जाजमऊ एमरॉल्ड गुलिस्तां में सबसे ज्यादा 74 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है. वहीं व्यावसायिक संपत्तियों के मामले में स्वरूप नगर ने रिकॉर्ड 57.89 प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ सबको पीछे छोड़ दिया है. अब स्वरूप नगर में रेट 80 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर तक पहुंच गया है. जबकि हजरतगंज 76 हजार और गोमती नगर 77 हजार रुपये प्रति वर्गमीटर पर है. यह बदलाव सिर्फ शहरी क्षेत्रों तक सीमित नहीं है. ग्रामीण इलाकों में भी सर्किल रेट संशोधित किए गए हैं.
जिलेभर में रेटों में बदलाव
बता दें कि कानपुर सर्किल रेट सिर्फ शहर ही नहीं बल्कि ग्रामीण इलाकों में भी संशोधित किए गए हैं.
नर्वल – 31.66% की वृद्धि
बिल्हौर – 22.90% (सबसे कम)
घाटमपुर – 27.20%
सदर प्रथम से चतुर्थ – 26% से 35% तक बढ़ोतरी
फ्लैट मालिकों को राहत
स्टाम्प विभाग के एआईजी श्याम सिंह बिसेन ने बताया कि दो महीने की समीक्षा के बाद यह फैसला लिया गया है. इस वृद्धि का मुख्य उद्देश्य बाजार मूल्य और रजिस्ट्री रेट के बीच के अंतर को कम करना है. इस नई व्यवस्था में फ्लैट मालिकों को बड़ी राहत भी मिली है. नोएडा और गुरुग्राम की तर्ज पर सरकार ने प्रीमियम फ्लैट शुल्क को खत्म कर दिया है. अधिकारियों के अनुसार इस बार अलग-अलग इलाकों में दरों की असमानता को भी दूर करने का प्रयास किया गया है ताकि हर जगह एक समान और न्यायसंगत दरें लागू हों.
ये भी पढ़ें: अखिलेश यादव ने किन 2 लोगों का हिसाब-किताब करने की चेतावनी दी, ये अभिषेक कौशिक कौन हैं?
ADVERTISEMENT
