Irfan Solanki News: उत्तर प्रदेश की सियासत से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है. कानपुर की सीसामऊ सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के पूर्व विधायक इरफान सोलंकी के लिए यह खबर अहम है. इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उन्हें गैंगस्टर मामले में जमानत दे दी है. कोर्ट के इस फैसले के बाद इरफान सोलंकी का जेल से बाहर आने का रास्ता साफ हो गया है. अदालत के इस फैसले ने इरफान सोलंकी और उनके परिवार को तो राहत दी ही है, साथ ही कानपुर के सियासी गलियारों में भी हलचल तेज हो गई है.
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जस्टिस समीर जैन की एकल पीठ ने सुनाया फैसला
आपको बता दें कि जस्टिस समीर जैन की एकल पीठ ने यह महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है. सोलंकी के साथ उनके भाई रिजवान सोलंकी और एक अन्य आरोपी इजरायल आटेवाला को भी जमानत मिल गई है. मालूम हो कि कोर्ट ने दोनों पक्षों की दलीलें सुनने के बाद 2 सितंबर को ही फैसला सुरक्षित रख लिया था.
इरफान सोलंकी की जमानत के क्या हैं सियासी मायने?
इरफान सोलंकी पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कई मामले दर्ज थे, जिसके चलते वह 23 महीने से जेल में बंद थे. समाजवादी पार्टी के भीतर उनका कद काफी बड़ा माना जाता है. साथ ही इरफान सोलंकी कानपुर के कद्दावर मुस्लिम नेता भी हैं. जेल से बाहर आने के बाद इरफान सोलंकी आने वाले यूपी विधानसभा चुनाव में अहम भूमिका निभा सकते हैं. वर्तमान में इरफान सोलंकी की पत्नी नसीम सोलंकी विधायक हैं.
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