मायावती काट देंगी जौनपुर से श्रीकला सिंह का टिकट? धनंजय सिंह के प्रवक्ता ने बताई 'नई कहानी'

यूपी तक

05 May 2024 (अपडेटेड: 05 May 2024, 06:58 PM)

रविवार को अचानक उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हुई कि बसपा प्रमुख मायावती जौनपुर से बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह का टिकट काटकर किसी मुस्लिम प्रत्याशी को उम्मीदवार बना सकती हैं.

Srikala Singh Jaunpur BSP Dhananjay Singh

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Dhananjay Singh Wife Shrikala Singh News: रविवार को अचानक उत्तर प्रदेश के सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा तेज हुई कि बसपा प्रमुख मायावती जौनपुर से बाहुबली नेता धनंजय सिंह की पत्नी श्रीकला सिंह का टिकट काटकर किसी मुस्लिम प्रत्याशी को उम्मीदवार बना सकती हैं. यह खबर आते ही सोशल मीडिया पर मानो भूचाल सा आ गया. मगर अब इस मामले पर पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रवक्ता अशोक कुमार सिंह का बयान सामने आया है.

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यूपी Tak से खास बातचीत में अशोक कुमार सिंह ने कहा, "अफवाहों का कोई सिर पैर नहीं होता है. जो लोग अफवाहों पर राजनीति करते हैं, वो उसी के बदौलत हैं. हम लोग काम की बदौलत हैं. पूर्व सीएम मायावती ने इंटरव्यू लेकर उनको प्रत्याशी बनाया था. इसके बाद खारवाल साहब से आकर हमें सिंबल दिया था. ये अफवाह गलत फैलाई जा रही है."

 

 

'तो फिर अफवाह की क्या वजह है?' इस सवाल के जवाब में अशोक सिंह ने कहा, "जो लोग अफवाह के आधार पर राजनीति करते हैं उनका चेहरा स्पष्ट दिख रहा है. इसीलिए ये लोग अफवाह फैलाते हैं."

हालिया धनंजय सिंह आए थे जेल से बाहर

 गौरतलब है कि पूर्व सांसद धनंजय सिंह को उच्च न्यायालय से जमानत मिलने के बाद बुधवार को बरेली जेल से रिहा किया गया. जौनपुर की एमपी-एमएलए अदालत ने गत छह मार्च को सिंह और उनके सहयोगी संतोष विक्रम को, नमामि गंगे परियोजना प्रबंधक अभिनव सिंघल के अपहरण और जबरन वसूली के साल 2020 के मामले में सात साल के कारावास की सजा सुनाई थी. उन्हें जौनपुर जिला जेल में रखा गया था और बाद में बरेली जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था.    

 

 

इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने पिछली 27 अप्रैल को सिंह को जमानत दे दी थी, लेकिन जिला अदालत द्वारा सुनाई गई सात साल के कारावास की सजा को निलंबित करने या स्थगित करने की उनकी याचिका को खारिज कर दिया था. सिंह ने संवाददाताओं से कहा कि जौनपुर जिले में नमामि गंगे परियोजना में भ्रष्टाचार को उजागर करने के लिए साल 2020 में उनके खिलाफ एक फर्जी मामला दर्ज किया गया था. 

(जौनपुर से आदित्य भारद्वाज के इनपुट्स के साथ)

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