उत्तर प्रदेश में उच्च शिक्षण संस्थानों तक पहुंचेगा प्रोजेक्ट 'प्रवीण', हर संस्थान में बनेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर

Project Praveen in Higher Educational Institutions: उत्तर प्रदेश सरकार की 'प्रोजेक्ट प्रवीण' योजना अब कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में शुरू होगी, जिससे छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ व्यावसायिक कौशल सिखाए जाएंगे. इसमें कंप्यूटर, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल और फैशन डिज़ाइन जैसे क्षेत्रों में ट्रेनिंग दी जाएगी.

निष्ठा ब्रत

08 Apr 2025 (अपडेटेड: 08 Apr 2025, 12:55 PM)

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Project Praveen in Higher Educational Institutions: उत्तर प्रदेश सरकार की खास पहल ‘प्रोजेक्ट प्रवीण’ अब स्कूलों के बाद कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में भी शुरू की जाएगी. इस योजना का मकसद है कि छात्र पढ़ाई के साथ-साथ ऐसे स्किल्स (हुनर) भी सीखें जो उन्हें आगे चलकर नौकरी पाने या अपना काम शुरू करने में मदद करें.

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क्या है प्रोजेक्ट प्रवीण?

‘प्रोजेक्ट प्रवीण’ एक स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम है, जो अभी राज्य के सरकारी स्कूलों में चल रहा है. इसके तहत कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को हर दिन 90 मिनट की ट्रेनिंग दी जाती है. इसमें उन्हें जरूरी व्यावसायिक (वोकेशनल) स्किल्स सिखाए जाते हैं, जिससे वे आत्मनिर्भर बन सकें और आगे चलकर रोजगार के लिए तैयार हों सकें. 

कॉलेजों तक पहुंचेगा यह ट्रेनिंग प्रोग्राम

अब यही ट्रेनिंग प्रोग्राम राज्य के कॉलेजों और यूनिवर्सिटीज में भी शुरू किया जाएगा. इसके लिए जल्द ही उत्तर प्रदेश स्किल डेवलपमेंट मिशन और उच्च शिक्षा विभाग के बीच एक समझौता (MoU) साइन किया जाएगा.

इन क्षेत्रों में दी जाएगी ट्रेनिंग

कॉलेज के छात्र इन खास क्षेत्रों में ले सकेंगे ट्रेनिंग:
    •    कंप्यूटर और IT
    •    इलेक्ट्रॉनिक्स
    •    ऑटोमोबाइल (गाड़ियों से जुड़ी तकनीक)
    •    फैशन डिज़ाइन

हर कोर्स के बाद छात्रों को सर्टिफिकेट भी मिलेगा, जो उनके करियर में मदद करेगा.

हर कॉलेज में बनेगा स्किल डेवलपमेंट सेंटर

हर कॉलेज और यूनिवर्सिटी में एक खास स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनेगा, जहां छात्र अपनी पसंद के कोर्स चुनकर ट्रेनिंग ले सकेंगे. इससे पढ़ाई के साथ-साथ, वें वो काम सीख सकेंगे जो सीधे नौकरी से जुड़ा हो.

पढ़ाई + रोजगार की तैयारी

सरकार का उद्देश्य इस योजना के माध्यम से यह सुनिश्चित करना है कि छात्र केवल किताबी ज्ञान तक सीमित न रहें, बल्कि उन्हें ऐसे व्यावहारिक कौशल भी सिखाए जाएं, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाएं और भविष्य में रोजगार के लिए तैयार करें.

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