उत्तर प्रदेश की सबसे कम उम्र की मेयर नूतन राठौर, जिन्होंने 2017 में सुहागनगरी फ़िरोज़ाबाद से मेयर का चुनाव जीतकर एक इतिहास बनाया था. जिसके कारण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी नूतन राठौर को दिल्ली बुलाकर सम्मानित किया था. प्रधानमंत्री मोदी ने नूतन राठौर के साथ फोटो भी ट्वीट किया था. MBA करने वाली नूतन 2017 से पहले राजनीति में नहीं थी.
ADVERTISEMENT
नूतन राठौर को साल 2017 में भारतीय जनता पार्टी ने टिकट देकर चुनावी मैदान में उतार दिया था, उस समय नूतन की उम्र 30 वर्ष 3 माह थी. बता दें कि उस समय मेयर का चुनाव लड़ने की न्यूनतम आयु 30 वर्ष थी. नूतन राठौर की प्रारंभिक शिक्षा सरस्वती शिशु मंदिर में हुई उसके बाद एमजी कॉलेज से बीएससी की, जीएलए मथुरा से पोस्ट ग्रैजुएट डिप्लोमा कर मैनेजमेंट की शिक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की.
नूतन राठौर के पिता मंगल सिंह राठौर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनता पार्टी से काफी लंबे समय से जुड़े रहे. फ़िरोज़ाबाद शहर की मेयर की सीट पिछड़े वर्ग महिला के लिए आरक्षित सीट थी. इस सीट पर पांच सशक्त महिलाओं की दावेदारी थी. लेकिन नूतन राठौर उस समय मात्र 30 साल 3 महीने की थीं और उन्हें राजनीतिक अनुभव भी नहीं था. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें चुनाव में उतार दिया. अक्टूबर 2017 में हुए चुनाव में नूतन राठौर को 98928 वोट मिले और वह 42392 वोटों से जीत गई. दूसरे नंबर पर रही AIMIM की मशरूम फातिमा को 56536 वोट मिले, तीसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी की सावित्री देवी को 45917 वोट मिले.
नूतन राठौर बड़े गर्व से कहती हैं कि उन्होंने अटल बिहारी बाजपेई और नरेंद्र मोदी के भाषण को बार बार सुनती हैं. उन्होंने कई बार विवेकानंद की पुस्तकों को पढ़ा है. पीएम मोदी और सीएम योगी के द्वारा लिए जा रहे निर्णय का प्रभाव उनके ऊपर है. वह अपना गुरु और आदर्श प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मानती हैं. उनका कहना है मोदी और योगी जी की जीवन शैली से भी बेहद प्रभावित हैं.
नूतन राठौर कहती हैं कि उन्होंने क्योंकि वह इसी शहर की बेटी हैं इसीलिए उन्होंने शहर को स्वच्छ रखने में कोई कसर नहीं छोड़ी और वे 80 परसेंट तक अपने कार्यों को अंजाम देने में सफल रही. नगर सीमा में एलईडी लाइट की व्यवस्था करना, गली मोहल्ले में सफाई कराना, 24 घंटे पानी की आपूर्ति, नए क्षेत्रों में सड़क पहुंचाना, 15 साल से चनौरा खता घर तक 50 फीट ऊंचा जो कुडे़ का ढेर इकट्ठा था, उसको सूरत और अहमदाबाद से प्रशिक्षण प्राप्त कर चनौरा पर ही सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट के माध्यम से प्राप्त प्लांट स्थापित कर कूड़े का निस्तारण करना. रात्रिकालीन सफाई करना, घर-घर से कूड़ा उठाना आदि उनके प्रमुख कार्य है. नूतन राठौर कहती हैं की यदि जनता मुझे एक बार और कार्य करने का अवसर देती है तो मैं हर गरीब मजदूर बेसहारा नागरिक का किसी सीमा तक सहारा बन सकूं. यह मेरा प्रयास रहेगा तथा पंडित दीनदयाल उपाध्याय के सपनों को साकार करना ही मेरा उद्देश्य है. मेरा सपना है कि आगरा की मेट्रो सिटी से फिरोजाबाद से मेट्रो का जोड़ा जा सके. इसको मैं करने के लिए पूरी तरह प्रयासरत हूं. कांच की नगरी सुहाग नगरी में अभी भी दलित मलिन बस्तियों में बहुत कार्य करने की जरूरत है उसके लिए भी मैं प्रयासरत हूं.
मोदी जी का अयोध्या में ‘भव्य-दिव्य दीपोत्सव’ में हृदय से स्वागत-अभिनंदन: CM योगी
ADVERTISEMENT
