UP UK Monsoon Update: उत्तराखंड में मॉनसून पूरी तरह से सक्रिय हो गया है और मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में अगले पांच दिनों के लिए भारी बारिश, आकाशीय बिजली और गरज-चमक को लेकर येलो और ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. 27 जून से 1 जुलाई तक प्रदेश में मौसम का मिजाज बिगड़ा रहेगा. इस दौरान पहाड़ों में भूस्खलन, सड़कें बंद होने और बिजली गिरने जैसी घटनाओं की आशंका जताई गई है, जिसके चलते यात्रियों और स्थानीय लोगों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है. प्रशासन को भी अलर्ट रहने और राहत टीमों को तैयार रखने के निर्देश दिए गए हैं.
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जानें, अगले पांच दिनों तक कैसा रहेगा उत्तराखंड का मौसम:
27 और 28 जून:
बागेश्वर जिले के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है, जहां बहुत भारी बारिश की संभावना है. इसके अलावा, देहरादून, नैनीताल, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी और अन्य जिलों में येलो अलर्ट के तहत भारी बारिश और बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है.
29 जून:
देहरादून, हरिद्वार, पौड़ी, टिहरी और बागेश्वर में ऑरेंज अलर्ट घोषित किया गया है. इन जिलों में कहीं-कहीं अति भारी बारिश और आकाशीय बिजली की संभावना है. वहीं, उत्तरकाशी, नैनीताल, चंपावत और ऊधमसिंह नगर में येलो अलर्ट के तहत सावधानी बरतने को कहा गया है.
30 जून:
देहरादून, टिहरी और बागेश्वर जिलों में एक बार फिर ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है. इसके साथ ही, नैनीताल, उत्तरकाशी, पौड़ी और हरिद्वार जिलों में भी भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट है. मौसम विभाग के अनुसार, इस दिन राज्य के कई हिस्सों में तेज बारिश के साथ आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं.
1 जुलाई:
एक बार फिर बागेश्वर जिले में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. देहरादून और टिहरी में येलो अलर्ट के तहत भारी बारिश की संभावना है.
यात्रा करते समय रखें खास ध्यान, प्रशासन भी अलर्ट
मौसम विभाग ने पहाड़ी इलाकों की यात्रा करने वाले यात्रियों और स्थानीय लोगों को अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह दी है. खराब मौसम के कारण भूस्खलन, सड़कें बंद होने और बिजली गिरने जैसी घटनाएं हो सकती हैं, जो जान-माल के लिए खतरा बन सकती हैं.
उत्तराखंड की बारिश का उत्तर प्रदेश पर असर:
उत्तराखंड में हो रही लगातार और भारी बारिश का सीधा और सकारात्मक असर पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर पड़ेगा. इसका मुख्य कारण यह है कि उत्तराखंड से निकलने वाली नदियां, जैसे गंगा और यमुना, पश्चिमी उत्तर प्रदेश से होकर गुजरती हैं. जब पहाड़ों में भारी बारिश होती है, तो इन नदियों में पानी का स्तर बढ़ता है, जिससे मैदानी इलाकों में नमी बढ़ती है और मॉनसून के आगे बढ़ने के लिए अनुकूल परिस्थितियां बनती हैं.
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार, पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भी 28 जून से 2 जुलाई तक भारी बारिश की संभावना है. कुछ स्थानों पर गरज-चमक के साथ बिजली भी गिर सकती है. उत्तराखंड में हो रही बारिश से आने वाली ठंडी हवाएं और पश्चिमी यूपी में होने वाली बारिश, दोनों मिलकर यहां के तापमान में गिरावट लाएंगी. इससे लोगों को भीषण गर्मी और उमस से काफी राहत मिलेगी. हालांकि, तापमान में बहुत बड़ा बदलाव शायद न हो, लेकिन निश्चित रूप से मौसम सुहाना होगा और वातावरण में ठंडक का एहसास होगा.
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