यूपी में 2 नई प्राइवेट यूनिवर्सिटी का रास्ता साफ, डिटेल में जानिए कहां बनेंगे ये नए विश्वविद्यालय

UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में महर्षि महेश योगी रामायण विश्वविद्यालय और गाजियाबाद में अजय कुमार गर्ग विश्वविद्यालय को मंजूरी दी है. इससे राज्य में उच्च शिक्षा को मिलेगा नया आयाम.

CM Yogi Adityanath

यूपी तक

05 Jul 2025 (अपडेटेड: 05 Jul 2025, 04:21 AM)

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UP News: उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में उच्च शिक्षा के क्षेत्र को नई दिशा देने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए दो नई निजी विश्वविद्यालयों की स्थापना को मंजूरी दे दी है. अयोध्या में "महर्षि महेश योगी रामायण यूनिवर्सिटी" और गाज़ियाबाद में "अजय कुमार गर्ग यूनिवर्सिटी" की स्थापना की दिशा में काम शुरू हो गया है.

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अयोध्या को मिलेगा रामायण आधारित विश्वविद्यालय

सरकार ने उत्तर प्रदेश प्राइवेट यूनिवर्सिटी (संशोधन) अधिनियम, 2025 के तहत महर्षि महेश योगी रामायण यूनिवर्सिटी की स्थापना को औपचारिक रूप से मंजूरी दे दी है. इस विश्वविद्यालय की स्थापना से धार्मिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक शिक्षा को नई ऊर्जा मिलेगी. यह विश्वविद्यालय अयोध्या में रामायण, वेद, दर्शन और भारतीय ज्ञान परंपरा आधारित उच्च शिक्षा उपलब्ध कराएगा.

गाज़ियाबाद को मिलेगा तकनीकी शिक्षा का नया केंद्र

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड इंजीनियरिंग सोसाइटी, गाज़ियाबाद की ओर से प्रस्तावित अजय कुमार गर्ग यूनिवर्सिटी को उत्तर प्रदेश प्राइवेट यूनिवर्सिटी अधिनियम, 2019 की धारा-6 के तहत ‘लेटर ऑफ इंटेंट’ जारी कर दिया गया है. यह यूनिवर्सिटी मुख्य रूप से इंजीनियरिंग और तकनीकी शिक्षा पर केंद्रित होगी, जिससे एनसीआर क्षेत्र के युवाओं को आधुनिक तकनीकी ज्ञान प्राप्त करने का अवसर मिलेगा.

शिक्षा के क्षेत्र में यूपी का बढ़ता कदम

राज्य के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने कहा कि प्रदेश में निजी क्षेत्र की भागीदारी से उच्च शिक्षा में नवाचार और इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हो रहा है. सरकार समयबद्ध प्रक्रिया के तहत इन प्रस्तावों को मंजूरी देकर युवाओं को स्थानीय स्तर पर गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रही है.

उन्होंने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए न्यूनतम ₹5 करोड़ की एन्डॉवमेंट फंड, 20 एकड़ शहरी क्षेत्र की ज़मीन, और कम से कम 24,000 वर्ग मीटर का शिक्षण परिसर अनिवार्य है. दोनों संस्थानों ने इन शर्तों को पूरा कर दिया है. इस मौके पर उच्च शिक्षा राज्य मंत्री राजनी तिवारी, प्रमुख सचिव एम. पी. अग्रवाल, विशेष सचिव निधि श्रीवास्तव और अन्य अधिकारी भी मौजूद थे.

"नया उत्तर प्रदेश" शिक्षा में बन रहा है अग्रणी

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार शिक्षा को सुलभ, समावेशी और आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से कार्य कर रही है. सरकार का लक्ष्य है कि उत्तर प्रदेश आने वाले वर्षों में देश का प्रमुख शैक्षणिक केंद्र बने.

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