UP Nagar Nikay chunav: बरेली में मेयर पद की दौड़ में भाजपा और सपा के हैं ये दावेदार

UP Nagar Nikay chunav: यूपी में नगर निगम चुनाव की तैयारियां जोरों पर है. चुनाव से पहले तमाम प्रत्याशी अपनी-अपनी राजनीतिक शतरंज बिसात बिछाने में…

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UP Nagar Nikay chunav: यूपी में नगर निगम चुनाव की तैयारियां जोरों पर है. चुनाव से पहले तमाम प्रत्याशी अपनी-अपनी राजनीतिक शतरंज बिसात बिछाने में लगे हैं. वहीं बरेली में भी निकाय चुनाव (Uttar Pradesh Nagar Nikay Chunav news)  को लेकर सरगर्मीयां बढ़ गई हैं. बरेली के महापौर डॉ उमेश गौतम भी इस बार चुनाव में उतर रहे हैं. पिछले चुनाव में बरेली में भाजपा ने जीत का परचम लहराया था. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी इस बार भी यहां कमल खिलाना चाहेगी.

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पिछली बार के नगर निगम चुनाव विजेता महापौर उमेश गौतम भी चुनाव मे उतर रहे हैं. डॉ. उमेश गौतम की छवि बरेली शहर में जनता के बीच काफी लोकप्रिय है, खासकर युवाओं में. इस चुनाव में भाजपा की ओर से उमेश गौतम ही मजबूत दावेदार माने जा रहे हैं. उमेश गौतम की बदौलत बरेली शहर को झुमका सिटी और स्मार्ट सिटी का दर्जा प्राप्त हुआ. उमेश गौतम ने अपने करियर की शुरुआत छोटे से इंस्टिट्यूशन से की थी, जिसे बाद में उन्होंने कड़ी मेहनत से उसको विश्वविद्यालय का रूप में स्थापित किया. एक के बाद एक शहर में अनेक उपलब्धियां हासिल करके अपनी लोकप्रियता हासिल की. सपा सरकार में सॉलि़ड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट को लेकर के भी कानूनी लड़ाइयां लड़ी. जिसके बाद शहर में इनकी लोकप्रियता और भी अधिक बढ़ गई.

2014 में रखा राजनीति में कदम

डॉ उमेश गौतम ने अपने कैरियर की शुरुआत सन 1998 से शुरू की इस समय इन्वर्टिस इंस्टिट्यूट से की. शहर को पहला निजी विश्वविद्यालय इनवर्टिस यूनिवर्सिटी के रूप में शहर को मिला. जिसमें हर प्रकार की आधुनिक सुख सुविधाओं के साथ-साथ नेशनल इंटरनेशनल लेवल के शॉर्ट टर्म ऑल लॉंग टर्म कोर्स मौजूद थे. इस विश्वविद्यालय में देश और विदेश के अनेकों शोधार्थी अपने शोध कार्य कर रहे हैं. बरेली में 1817 से चला आ रहा एकमात्र वूमेन मिशन हॉस्पिटल जो बंद होने की कगार पर जा पहुंचा था. इसको डॉ उमेश गौतम ने सन 2011 में गोद लेकर पुनर्जीवित किया. आज शहर की पहचान के रूप में मिशन अस्पताल का नाम भी पहले पायदान पर गर्व से लिया जाता है. चुनाव की शतरंज में धीरे धीरे कदम बढ़ाते इन्होंने महापौर का चुनाव लड़ा और 2017 में भाजपा से महापौर बने. अब एक बार फिर से चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहे हैं.

उमेश गौतम का कहना है कि बीते 17 साल से बरेली को विकास का इंतजार था. हमने संकल्प लिया और शहर को स्मार्ट सिटी घोषित कराया. इंटीग्रेटिब कंट्रोल कमान सेंटर का प्रोजेक्ट शुरू किया. हर गली मोहल्ले में सीसीटीवी कैमरे लगवाए है. शहर अब पूरी तरह से सुरक्षित है. हर गली मोहल्ले हर सड़क पर सीसीटीवी कैमरा लगा होने से हमारी पूरी निगरानी बनी रहती है. उमेश गौतम लगातार अपने छात्रों से शहर के मेधावी छात्र छात्राओं से और युवाओं से शहर की बेहतरी को लेकर उनके विचार जानते रहते हैं. वह छात्र-छात्राओं और युवाओं के बीच अधिक लोकप्रिय बने रहते हैं.

सपा के बीच होगी कांटे की टक्कर

इस बार भी डॉ उमेश गौतम चुनाव में उतरने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. लेकिन दूसरी और विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी के प्रबल दावेदार माने जा रहे पूर्व महापौर डॉ. आईएस तोमर भी मैदान में उतर सकते हैं. ऐसे में कयास लगाया जा रहा है कि दोनों के बीच कड़ा मुकाबला होने वाला. इससे पूर्व में भी राठौर आईएस तोमर चुनाव के समय डा उमेश गौतम को भारी टक्कर दे चुके है. डा. आईएस तोमर इससे पहले दो बार बरेली के महापौर रह चुके हैं, एक बार निर्दलीय तो दूसरी बात समाजवादी पार्टी की ओर से.

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