कानपुर के कारोबारी मनीष गुप्ता की मौत के 15 दिन के अंदर उनकी पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने मंगलवार, 12 अक्टूबर को कानपुर विकास प्राधिकरण (केडीए) में ओएसडी पद पर नौकरी ज्वॉइन कर ली है. इस दौरान वह बेहद भावुक नजर आईं.
कुर्सी पर बैठने के बाद वह अपने पति को याद करते हुए अपने आंसुओं को रोक नहीं पाईं. वह अपने भाई सौरभ और रंजीत सिंह के साथ केडीए कार्यालय में पहुंचीं. केडीए के वीसी अरविन्द सिंह ने मीनाक्षी को ओएसडी पद पर ज्वाइनिंग कराई.
आपको बता दें कि सीएम योगी ने कानपुर में मीनाक्षी से मुलाकत करके 40 लाख की आर्थिक सहायता दी थी और केडीए में ओएसडी की नौकरी देने का वादा किया था, जो आज पूरा हो गया.
ओएसडी पद पर नौकरी ज्वॉइन करने के बाद मीनाक्षी गुप्ता ने कहा, “मुझे आज केडीए में ओएसडी के पद पर ज्वाइनिंग मिली है. सभी लोग मेरा सहयोग कर रहे हैं. मेरी सीएम साहब से एक और गुजारिश है कि मेरा केस ट्रायल गोरखपुर से कानपुर ट्रांसफर कर दिया जाए.”
वहीं, मीनाक्षी की ज्वाइनिंग पर केडीए के वीसी अरविंद सिंह ने कहा, “उनको हमारी तरफ से पूरा सहयोग मिलेगा. सीएम साहब के निर्देश पर उनकी जल्दी से जल्द ज्वाइनिंग कराई गई है. अब वो हमारे केडीए परिवार की सदस्य हैं.”
बता दें कि 27-28 सितंबर की दरम्यानी रात को गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद वहां ठहरे मनीष गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. आरोप है कि होटल में चेंकिग करने गए पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता से मारपीट की, जिसकी वजह से मनीष की मौत हो गई.
इसके बाद मामले में 6 पुलिसकर्मियों को आरोपी बनाया गया. मामले में अब तक कुल 4 आरोपी पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं दो आरोपी पुलिसकर्मी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
मनीष गुप्ता केस: एक-एक लाख रुपये के इनामी दो और पुलिसकर्मी गिरफ्तार