अखिलेश यादव बोले- जो कह रहे थे गुंडे UP छोड़कर भागे, क्या छोड़ते समय उन्हें ओवैसी दिख गए?
आगरा अपने गठबंधन सहयोगी जयंत चौधरी के साथ आगरा में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने योग सरकार पर जमकर निशाना साधा…
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आगरा
अपने गठबंधन सहयोगी जयंत चौधरी के साथ आगरा में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए अखिलेश यादव ने योग सरकार पर जमकर निशाना साधा है. इस दौरान एक सवाल के जवाब में अखिलेश यादव ने AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी के काफिले पर हुई फायरिंग पर भी योगी सरकार को घेरा. अखिलेश ने इसे दुखद और निंदनीय घटना बताते हुए लॉ एंड ऑर्डर का विषय बताया.
अखिलेश ने कहा कि अफसोस है, ऐसी घटना नहीं चाहिए, ये घटना बहुत दुखद है. जो लोग यह कहते थे कि अपराधी और गुंडे-बदमाश उत्तर प्रदेश छोड़कर भाग गए, क्या छोड़ते समय उन्हें ओवैसी दिख गए? हिंसा की कहीं जगह नहीं होनी चाहिए, यह घटना निंदनीय है. यह कानून व्यवस्था पर सबसे बड़ा सवाल है.
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अखिलेश यादव ने कहा, ‘आगरा के लोगों से हमारी यही अपील है कि गठबंधन को मदद करें. आगरा मेलजोल कराता है, आगरा के लोग नफरत की राजनीति को रिजेक्ट करेंगे. यह बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के संविधान को बचाने का भी चुनाव है.’ अखिलेश यादव ने महंगाई का मुद्दा उठाते हुए कहा कि यह सरकार बड़े लोगों के साथ खड़ी है, उद्योपतियों के साथ खड़ी है.
सीएम योगी के गर्मी शांत करने वाले बयानों पर अखिलेश यादव ने कहा, ‘बाबा मुख्यमंत्री की पहली बार ऐसी भाषा नहीं कही जा रही है. मुख्यमंत्री सदन में गैरसंवैधानिक शब्दों की बात कर चुके हैं. आप समझ नहीं पाए, वह जनता से कह रहे थे कि मेरी गर्मी उतार दो, मुझे उत्तराखंड भेज दो.’
कोरोना के समय की दिक्कतों का किया जिक्र
अखिलेश यादव ने कहा कि आगरा के लोगों ने देखा है कि जिस समय दवा, बिस्तर ऑक्सीजन की जरूरत थी, तो सरकार कुछ नहीं दे पाई, लोगों की जान चली गई. सरकार को जो तैयारी करनी चाहिए थी, वो नहीं किया गया. अखिलेश यादव ने कोरोना के समय ऑक्सीजन को लेकर जूझते लोगों की तस्वीरों का भी जिक्र किया.
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वहीं जयंत चौधरी ने कहा कि आगरा अंबेडकर और चौधरी चरण सिंह की कर्मस्थली रही है. उन्होंने कहा, ‘मौजूदा सरकार ने युवाओं, किसानों से छलकपट किया, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रों से जिस तरह की मारपीट की गई. गर्मी को ठंडी में बदलने की बात पश्चिम यूपी के लोगों का अपमान है. उन्नाव, हाथरस और बुलंदशहर की घटनाएं इनके लॉ एंड ऑर्डर के दावों को खोखला करती हैं. ऐसे बयान आगरा को आगे नहीं बढ़ा सकते.’
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