बोनट पर चढ़ कृष्णानंद राय को गोली मारने वाला जीवा मारा गया तो बेटे पीयूष राय ने कही ये बात

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बाहुबली मुख्तार अंसारी का शार्प शूटर संजीव जीवा की लखनऊ कोर्ट परिसर में गोली मारकर हत्या कर दी गई. संजीव जीवा पश्चिम यूपी का खूंखार गैंगस्टर था. जीवा, बाहुबली मुख्तार अंसारी का करीबी था और उसका शार्प शूटर भी था. संजीव जीवा की हत्या 7 जून को हुई तो वहीं 2 दिन पहले ही यानी 5 जून को मुख्तार अंसारी को भी उम्रकैद की सजा हुई. बताया जाता है कि मुख्तार अंसारी के इशारों पर ही संजीव जीवा ने कई ऐसी वारदातों को अंजाम दिया, जिससे उत्तर प्रदेश में हड़कंप मच गया था. इनमें भारतीय जनता पार्टी के 2 विधायकों की हत्या का मामला भी था, जिसका आरोप मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा पर लगा था. 

बता दें कि मुख्तार अंसारी और संजीव जीवा पर फर्रुखाबाद के तत्कालीन विधायक ब्रह्मदत्त द्विवेदी और गाजीपुर के मोहम्मदाबाद विधानसभा के तत्कालीन विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप है. ब्रह्मदत्त द्विवेदी हत्या के आरोप में संजीव जीवा को आजीवन कारावास की सजा भी मिल चुकी है. तो वहीं 2005 में हुई भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या का आरोप भी मुख्तार और संजीव जीवा पर लगा था, जिस मामले में मुख्तार दोषी सिद्ध हो चुका है. 

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जीवा की हत्या पर क्या बोला कृष्णानंद राय का परिवार

संजीव जीवा की हत्या पर अब कृष्णानंद राय के परिवार का भी बयान सामने आया है. कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने इसे भगवान का इंसाफ बताया है. पीयूष राय ने UP Tak से बात करते हुए कहा, ‘देखिए मैं तो सिर्फ इतना कहना चाहूंगा कि भगवान के घर देर है, अंधेर नहीं. न्याय के मंदिर में थोड़ी देर लग सकती है, लेकिन न्याय जरूर मिलता है. जिस तरह से संजीव जीवा ने गाड़ी की बोनट पर चढ़कर मेरे पिता कृष्णानंद राय को गोली मारी थी, इसका यही हश्र होना था.” 

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पीयूष राय ने आगे कहा कि संजीव जीवा पश्चिम का बड़ा अपराधी था. ऑर्गनाइज्ड क्राइम का सिंडिकेट चलाता था. ये बड़े अपराध करता था. मुख्तार और बजरंगी का साथी था. आजीवन कारावास होने के बाद भी ये पूर्व की सरकारों के ढुलमुल रवैये से जेल से बाहर आ जाता था और क्राइम करता था.

‘पिछली सरकार और इस सरकार में अंतर है’

पूर्व विधायक कृष्णानंद राय के बेटे पीयूष राय ने योगी सरकार की तारीफ भी की है. पीयूष राय का कहना है कि पिछली सरकार और इस सरकार में अंतर है. आज अपराधी खौफ में हैं. लोगों को भरोसा है कि उनकी सुरक्षा होगी, इसलिए ये ऐसे अपराधियों के खिलाफ गवाही देने आगे आ रहे हैं. आज अपराधी या तो जेल जा रहा है या मुठभेड़ में मारा जा रहा है. आज यूपी में न्याय का शासन है. 

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कार की बोनट पर चढ़ भाजपा विधायक कृष्णानंद राय को मारी थी गोलियां

ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या के बाद साल 2005 में मुख्तार और संजीव जीवा पर एक और गंभीर आरोप लगा. आरोप था कि मुख्तार अंसारी के इशारे पर मुख्तार के गुर्गों ने मोहम्मदाबाद से भाजपा विधायक कृष्णानंद राय और उनके साथियों की ताबड़तोड़ गोलियां से हमला कर हत्या कर डाली थी. बता दें कि भाजपा एमएलए की जिस तरह से हत्या की गई थी, उससे हड़कंप मच गया था. इस हत्याकांड में भाजपा विधायक समेत उनके साथ मौजूद सभी 7 लोग मारे गए. 

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हत्या के बाद चोटी तक काट ले गए थे हत्यारे

29 नवंबर 2005 के दिन भाजपा विधायक कृष्‍णानंद राय किसी प्रोग्राम से लौट रहे थे. तभी रास्ते में उनके ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी गईं थी. इस हमले में भाजपा विधायक कृष्‍णानंद राय समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी. कृष्‍णानंद राय जिस गाड़ी में सवार थे, उसकी बोनट पर चढ़ उनको ताबड़तोड़ गोलियां मारी गई थी. हत्याकांड को अंजाम देने के बाद हत्यारों ने कृष्‍णानंद राय की चोटी भी काट ली थी और उसे अपने साथ ले गए थे. इस हत्या का आरोप मुख्तार अंसारी और उसके गुर्गों पर लगा था. 

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दरअसल मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी को कृष्‍णानंद राय ने 2002 में हुए विधानसभा चुनावों में हरा दिया था. माना जाता है कि इसी चुनावी रंजिश को लेकर मुख्तार अंसारी के इशारों पर उसके गुर्गों ने इस हत्याकांड को अंजाम दिया था.

कृष्‍णानंद राय की हत्या मामले में मिल चुकी है अंसारी ब्रदर्स को सजा

कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में हाल ही में अंसारी ब्रदर्स को सजा मिली है. जानकारी के लिए बता दें कि गाजीपुर की एमपी-एमएलए कोर्ट ने पूर्व विधायक कृष्णानंद की हत्या के मामले में मुख्तार अंसारी को 10 साल की सजा दी है. तो वहीं इसी मामले पर कोर्ट ने मुख्तार के भाई और पूर्व सांसद अफजाल अंसारी को 14 सालों की सजा सुनाई है. 

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संजीव जीवा को मारी गईं 6 गोलियां

बता दें कि बीते बुधवार यानी 7 जून को संजीव जीवा को लखनऊ कोर्ट में पेशी के लिए लाया गया था. इस दौरान संजीव पेशी के लिए इंतजार कर रहा था. कोर्ट परिसर में पुलिसवालों और वकीलों की मौजूदगी थी. इसी दौरान जैसे ही संजीव का जज के सामने जाने का नंबर आया, तभी पीछे से वकील के भेष में आए शूटर ने संजीव जीवा पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. इस हमले में मौके पर ही संजीव की मौत हो गई. 

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि संजीव जीवा को 6 गोलियां मारी गईं हैं. फिलहाल यूपी सरकार ने इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी टीम का गठन कर दिया है. संजीव जीवा की मौत को कृष्णानंद राय का परिवार भगवान का इंसाफ मान रहा है.

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