मोदी सरकार में जाएंगे जयंत, योगी कैबिनेट में भी मिलेगी जगह! ये 2 ऑफर कैसे ठुकराएगी RLD?
राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ जाने की अटकलें काफी तेज हैं.
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Jayant Chaudhary News: राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के साथ जाने की अटकलें काफी तेज हैं. सियासी गलियारों में ऐसा कहा जा रहा है कि रालोद चीफ जयंत अब कभी भी The Indian National Developmental Inclusive Alliance (INDIA) ब्लॉक को छोड़ NDA का दामन थाम सकते हैं. इस बीच भाजपा की ओर से रालोद को दिए गए एक ऐसे ऑफर की जानकारी सामने आई है, जो सियासी हलचल पैदा कर सकती है. खबर में आगे तफ्सील से जानिए पूरा मामला.
जयंत बनेंगे केंद्रीय मंत्री?
सूत्रों के अनुसार, भाजपा ने जयंत को केंद्र और लखनऊ में एक मंत्री पद देने का प्रस्ताव दिया है. संभावना है कि जयंत दिल्ली में कैबिनेट मंत्री बनेंगे और अपने 9 विधायकों में से एक को उत्तर प्रदेश में मंत्री नियुक्त कराएंगे.अखिलेश को जयंत से है ये उम्मीद
समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश की 'खुशहाली' के लिए चल रहे संघर्ष को कमजोर नहीं करेंगे. अखिलेश यादव ने विधान भवन में जयंत को लेकर मदिया से बातचीत में कहा, ''वह (जयंत) बहुत सुलझे हुए और बहुत शिक्षित व्यक्ति हैं. वह राजनीति को समझते हैं. मुझे उम्मीद है कि वह किसानों के कल्याण और समृद्धि के लिए जारी संघर्ष को कमजोर नहीं होने देंगे."
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19 जनवरी को हुई थी ये घोषणा
सपा और रालोद ने इसी साल 19 जनवरी को आगामी लोकसभा चुनाव के लिए गठबंधन की घोषणा की थी. गठबंधन के तहत रालोद को सात सीटें दी गई थीं. यादव ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा था, 'रालोद और सपा के गठबंधन पर सभी को बधाई. आइए हम सभी जीत के लिए एकजुट हों.'
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जयंत ने दिया था ये जवाब
इस पोस्ट को फिर से पोस्ट करते हुए चौधरी ने कहा था, "राष्ट्रीय और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा के लिए हमेशा तैयार हूं. हम उम्मीद करते हैं कि हमारे गठबंधन के सभी कार्यकर्ता हमारे क्षेत्र के विकास और समृद्धि के लिए मिलकर आगे बढ़ेंगे."
इन सीटों पर है रालोद की चुनाव लड़ने की संभावना
ऐसा माना जाता है कि जाट मतदाता परम्परागत रूप से रालोद का मुख्य वोट बैंक रहे हैं. ऐसे में जाट बहुल लोकसभा क्षेत्रों में मुजफ्फरनगर, कैराना, बिजनौर, मथुरा, बागपत, अमरोहा और मेरठ शामिल हैं, जिन पर रालोद के चुनाव लड़ने की संभावना है.
(मौसमी सिंह के इनपुट्स के साथ)
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