जयंत चौधरी को लगा बड़ा झटका, एक के बाद एक RLD से इन तीन नेताओं ने दिया इस्तीफा

आशीष श्रीवास्तव

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राज्यसभा में 'दिल्ली सर्विस बिल' पर जयंत चौधरी के वोट नहीं देने के ये हैं सियासी मायने
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साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) को बड़ा झटका लगा है. एक के बाद एक तीन नेताओं ने आरएलडी छोड़ दी. राष्ट्रीय लोकदल के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष पद के साथ-साथ आरएलडी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया है. राष्ट्रीय लोकदल के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आरिफ महमूद ने पद के साथ-साथ आरएलडी की प्राथमिक सदस्यता से भी इस्तीफा दिया है.

कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष मंजीत सिंह के बाद अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष आरिफ महमूद ने भी पद एवं प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दिया. आरएलडी के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष व अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष के बाद युवा राष्ट्रीय लोकदल उत्तरप्रदेश के राष्ट्रीय सचिव अमित कुमार पटेल ने भी पार्टी के जिम्मेदारों पर किसी भी समस्या पर फोन न उठाने और सिर्फ सुर्खियों में बने रहने जैसा आरोप लगाते हुए पद और प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दिया है. आरिफ महमूद ने पार्टी के संगठन मंत्री और कार्यालय प्रभारी पर अल्पसंख्यकों को अपमानित करने का आरोप लगाया है.

अमित कुमार पटेल ने आरोप लगाया कि पार्टी में जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग किसी भी तरह की समस्या की स्थिति में फोन करने पर कॉल रिसीव नहीं करते. इनका ध्यान केवल इस पर होता है कि किस तरह सुर्खियों में बने रहा जा सकता है.

उन्होंने इसे ही अपने पार्टी छोड़ने के फैसले की वजह बताया. एक के बाद एक तीन नेताओं के इस्तीफे पर आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी के करीबी और पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता भूपेंदर चौधरी की भी प्रतिक्रिया आई है.

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