रामपुर उपचुनाव: ‘भावुक’ आजम बोले- ‘खुदकुशी हराम है इसलिए जिंदा हूं, देश निकाले का इंतजार’

आमिर खान

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

Rampur News: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के कद्दावर नेता आजम खान (Azam Khan) को हेट स्पीच के मामले में सजा होने के बाद उनकी विधानसभा सदस्यता रद्द हो गई थी, जिसके बाद रामपुर (Rampur) विधानसभा सीट रिक्त हो गई थी. अब रामपुर में उपचुनाव हो रहा है जिसको लेकर पश्चिम यूपी की सियासत गरम है. समाजवादी पार्टी और भाजपा (BJP) रामपुर उपचुनाव जीतने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही हैं. इसी बीच आजम खान जनता के सामने भावुक हो गए. इस दौरान उन्होंने कई बड़ी बातें बोली.

जनसभा को संबोधित करते हुए आजम खान ने कहा, 24 घंटे नहीं बल्कि 24 मिनट से भी कम समय में मेरी सदस्यता खारिज करके चुनाव आयोग ने नए चुनाव का ऐलान कर दिया. मुझें जिस जुर्म में 3 साल की सजा हुई है, उस जुर्म में 3 साल तक की ही सजा थी. अगर इसमें 30 साल की सजा होती तो मुझें 30 साल तक की भी सजा दी जाती.

सजा होती ही चुनाव आयोग ने कर दिया ऐलान

आजम खान ने कहा कि, कोर्ट द्वारा मुझें 5 बजे सजा सुनाई गई और 5.10 पर ही चुनाव आयोग ने रामपुर में उपचुनाव का ऐलान कर दिया. उन्होंने कहा कि, इतनी जल्दी थी कि उत्तर प्रदेश विधानसभा स्पीकर ने विधानसभा 37 की जगह विधानसभा 38 को ही रिक्त कर दिया. इतनी जल्दी कि उनसे भी गलती हो गई. आखिर मेरी बर्बादी की क्यों इतनी जल्दी है. क्या गुनाह है मेरा. मैंने तो आपसे कभी वोट भी नहीं मांगा सिर्फ यही कहा कि मेरा साथ दो.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

मैं आसमान से जमीन पर आ गया

जनसभा को संबोधित करते समय आजम खान भावुक हो गए. उन्होंने कहा कि, सांसद नहीं रहा इसलिए सोचा था कि सरकार आ जाएगी. मैं उस अंधेरों को एक बार फिर उजाले में बदलने की कोशिश करूंगा. मुझें उम्मीद थी की सरकार बनेगी लेकिन ना उम्मीद पूरी हुई और ना ही यकीन पुरा हुआ. सरकार नहीं बनी तो मैंने लोकसभा से इस्तीफा दे दिया. मैं विधानसभा का सदस्य हो गया. मैं आसमान से जमीन पर आ गया.

ADVERTISEMENT

आजम खान ने आगे कहा कि,  मेरे एक-एक आंसू का हिसाब नहीं दे सकते आप. सामने की बैरक में मेरी पत्नी बंद थी और 8/11 की कोठरी में मेरे साथ मेरा बेटा बंद था. मैंने तो अपने बेटे के खून के आंसू अपने ही सामने 27 महीने तक देखे हैं.मेरी पत्नी को भी कितनी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.

ये था मेरा गुनाह

ADVERTISEMENT

आजम खान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, मैं तुम्हें इंसान बनाना चाहता था. मैं तुम्हारे बच्चों को डीएम और एसपी बनाना चाहता था. तुम्हारे बच्चों को डॉक्टर बनाना चाहता था. ये मेरा गुनाह था.

मुझें जहर क्यों दिया गया

आजम खान ने कहा कि,  आखिर आपने मेरी मुस्कान और सांसे क्यों छीन ली. 27 महीने की तन्हा कोठरी की कैद क्यों दी आपने, क्या गलती थी, हमारी क्या खता थी, हमारा गुनाह बताओं, सरकार क्यों दुश्मन हुई हमारी, वह मेरी जान की दुश्मन क्यों हुई.  मुझे जेल में क्यों जहर दिया गया. 2 दिन तक कोरोना के भयानक मरीज को जेल के बाहर क्यों जाने नहीं दिया गया इसलिए कि ताकि मैं मर जाऊं.

खुदकुशी हराम है इसलिए जिंदा हूं

आजम खान ने कहा कि, मेरी मौत चाहते हो तो मार दो मुझें. खुदा की कसम वह मौत मेरी जिंदगी की परेशानियों से सस्ती होगी. मेरे पूरे घर को मार दो. हम बहुत जुल्म सह रहे हैं. विश्वविद्यालय के लिए खुद फर्नीचर कोलकाता से लाता था. पुराने कबाड़ को ठीक करवाता था. लेकिन पुलिस ने हमें चोर बना दिया.आजम खान ने कहा कि क्या मैं जीना चाहूंगा ऐसे जिंदगी. खुदकुशी हराम है इसलिए मैं जिंदा हूं.

देश निकाला का इंतजार

आजम खान ने कहा कि, मैं तो इंतजार कर रहा हूं कि किसी दिन मुझें देश निकाला मिलेगा क्योंकि अब यही जुल्म बाकी रह गया है कि मुझें देश से निकाल दिया जाए. उन्होंने को मेरा वोट देने का अधिकार तक खत्म कर दिया. वह मुझें सिर्फ इसलिए जीने दे रहे हैं कि वह मुझे सीधे नहीं मारना चाहते. वह चाहते हैं कि मैं एड़िया रगड़ रगड़ कर मर जाऊ. मेरी बीवी और मेरे बच्चे फैसलों का इंतजार करते हैं कि अब कौन सी जेल होगी, कहां जाना होगा.

रामपुर उपचुनाव: आजम खान बोले- ‘EC भाजपा की जीत घोषित करे’, पुलिस पर लगाए कई गंभीर आरोप

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT