नूपुर शर्मा को लेकर शिवपाल बोले- ‘धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं’

रोशन जायसवाल

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) की ओर से बीजेपी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma) को लेकर तल्ख टिप्पणी और फटकार के बाद से ही तमाम राजनीतिक पार्टियां उनके खिलाफ घेराबंदी में जुट गई हैं. अब इसी कड़ी में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) के अध्यक्ष शिवपाल यादव भी शामिल हो चुके हैं, जिन्होंने सीधे तौर पर तो नहीं, लेकिन नूपुर शर्मा के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की बात कह डाली है और सरकारों को भी नसीहत दी.

उन्होंने कहा कि कानून या संविधान की अवहेलना पर दोषियों के लिए जो कानून बना है उस कानून का सरकारें पालन करें.

वाराणसी में निजी कार्यक्रम और दर्शन-पूजन के लिए पहुंचे शिवपाल यादव ने नूपुर शर्मा पर सुप्रीम कोर्ट की फटकार के सवाल के जवाब में कहा कि किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का अधिकार किसी को नहीं है.

AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी की ओर से नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग के सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि सभी को समान रूप से कानून के अनुसार दंड दिया जाना चाहिए.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

एक सवाल के जवाब में शिवपाल ने कहा कि यह सरकारों का काम है कि संविधान के अनुसार काम करें, जो भी दोषी हैं, उसके खिलाफ कानून के हिसाब से कार्रवाई की जाए.

बता दें कि शुक्रवार को पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी को लेकर विभिन्न राज्यों में दर्ज प्राथमिकियों को एकसाथ जोड़ने संबंधी नुपूर शर्मा की अर्जी को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने नुपूर को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा था कि उनकी ‘अनियंत्रित जुबान’ ने पूरे देश को आग में झोंक दिया. कोर्ट ने यह भी कहा था कि देश में जो कुछ हो रहा है उसके लिए नुपूर अकेले जिम्मेदार हैं.

कोर्ट ने कहा था कि नूपुर पैगंबर मोहम्मद के बारे में टिप्पणी या तो सस्ता प्रचार पाने के लिए या किसी राजनीतिक एजेंडे के तहत या किसी घृणित गतिविधि के तहत की.

सुप्रीम कोर्ट ने यह भी टिप्पणी की थी, “उनका (नुपूर का) अपनी जुबान पर काबू नहीं है और उन्होंने टेलीविजन चैनल पर गैर-जिम्मेदाराना बयान दिए हैं और पूरे देश को आग में झोंक दिया है. फिर भी वह 10 साल से वकील होने का दावा करती हैं. उन्हें अपनी टिप्पणियों के लिए तुरंत पूरे देश से माफी मांगनी चाहिए थी.”

ADVERTISEMENT

गौरतलब है कि टेलीविजन पर प्रसारित एक बहस के दौरान पैगंबर मोहम्मद के बारे में की गई शर्मा की टिप्पणी के विरोध में देशभर में प्रदर्शन हुए थे और कई खाड़ी देशों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की थी. भाजपा ने बाद में नुपूर को पार्टी से निलंबित कर दिया था.

ये भी पढ़ें-

ADVERTISEMENT

नुपूर शर्मा मामले में SC की टिप्पणी पर अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा- सजा मिलनी चाहिए

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT