मैनपुरी उपचुनाव में SP की प्रचंड जीत के बाद एक साथ जसवंतनगर पहुंचे अखिलेश, डिंपल और शिवपाल

अमित तिवारी

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UP Political News: समाजवादी पार्टी (सपा) संस्थापक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद मैनपुरी में उपचुनाव हुआ. इस उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को प्रचंड जीत हासिल हुई. डिंपल ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रघुराज सिंह शाक्य को 2.88 लाख से अधिक मतों के भारी अंतर से हराया था. वहीं, उपचुनाव में प्रचंड जीत के बाद आज यानी शुक्रवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव, सांसद डिंपल यादव और विधायक शिवपाल सिंह यादव जसवंतनगर पहुंचे हैं. यहां के एक डिग्री कालेज में कार्यकर्ताओं के लिए ‘धन्यवाद कार्यक्रम’ आयोजित किया गया है. इसके साथ यहां पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह की जयंती भी मनाई जाएगी.

डिंपल की प्रचंड जीत के लिए वोट बटोरने के मामले में जसवंतनगर ने करहल को पछाड़ा था

आपको बता दें कि उपचुनाव में सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को प्रचंड जीत दिलाने के लिए वोट बटोरने के मामले में शिवपाल सिंह यादव के जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करहल क्षेत्र को पीछे छोड़ दिया था.

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निर्वाचन आयोग द्वारा मुहैया कराए गए आंकड़ों के अनुसार सपा उम्मीदवार डिंपल यादव को जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्र में अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के रघुराज सिंह शाक्य से 1.06 लाख अधिक वोट मिले, जबकि करहल में मतों का अंतर 75,462 था.

गौरतलब है कि पिछले 10 अक्टूबर को मुलायम सिंह यादव के निधन के कारण मैनपुरी चुनाव में मध्यावधि चुनाव जरूरी हो गया था, जहां पांच दिसंबर को मतदान और आठ दिसंबर को मतगणना हुई.

मुलायम सिंह यादव सपा उम्मीदवार डिंपल के ससुर थे. उपचुनाव में प्रचार के दौरान डिंपल यादव के पति और सपा प्रमुख अखिलेश यादव अक्सर अपनी सभाओं में कहते थे कि करहल और जसवंतनगर विधानसभा क्षेत्रों के बीच एक मुकाबला है कि कौन पार्टी को अधिक वोट देता है.

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डिंपल यादव ने मैनपुरी संसदीय क्षेत्र में आने वाले सभी पांच विधानसभा क्षेत्रों – मैनपुरी, करहल, किशनी (एससी), भोगांव, और जसवंतनगर (इटावा) में प्रतिद्वंद्वी से आगे रहीं। उन्होंने अन्‍य पिछड़ा वर्ग से आने वाले शाक्य जाति के मतदाताओं के वर्चस्व वाले भोगांव विधानसभा क्षेत्र में भी अपने प्रतिद्वंद्वी शाक्य को पीछे छोड़ दिया.

वर्ष 2019 के आम चुनाव में अपने ससुर की जीत की तुलना में वह बहुत बड़े अंतर से चुनाव जीतीं। मुलायम सिंह यादव ने अपना आखिरी लोकसभा चुनाव 2019 में मैनपुरी से 94,389 मतों के अंतर से जीता था और तब वह सपा-बसपा गठबंधन के संयुक्त उम्मीदवार थे.

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