वाराणसी में महिला IPS से वकीलों की बहस का वीडियो वायरल, खदेड़े गए एडवोकेट तो मचा बवाल, कौन हैं ADCP नीतू कादयान?
वाराणसी में दरोगा की पिटाई और वकीलों पर मुकदमा दर्ज होने के बाद विवाद गहराता जा रहा है. ADCP नीतू कादयान का वकीलों से जुड़ा वीडियो वायरल होने के बाद मामला और तूल पकड़ गया है. वकील प्रदर्शन कर रहे हैं, जबकि पुलिसकर्मी महिला अधिकारी के समर्थन में सोशल मीडिया अभियान चला रहे हैं.
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बीते दोनों वाराणसी कचहरी में एक दरोगा की वकीलों के द्वारा बेरहमी से पिटाई और फिर 10 वकीलों पर मुकदमा होने के बाद पैदा हुआ विवाद थमने के बाजए बढ़ता ही चला जा रहा है. इसी बीच वाराणसी पुलिस कमिश्नरेट के वरुणा जोन की ADCP नीतू कादयान का एक वीडियो इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. इस वीडियो में वह दो दिनों पहले एक वकील से पुलिस कमिश्नर ऑफिस के बाहर विवाद करती नजर आ रही है और फिर वकीलों को मौजूद पुलिस भगा देती है.
इसके बाद से ही अब न केवल नाराज वकीलों के निशाने पर महिला पुलिस अधिकारी आ चुकी है बल्कि वाराणसी पुलिस के जवान भी नीतू कादयान को लेकर हैशटैग #ipsNeetu शुरू कर चुके हैं. पुलिसवाले वॉट्सऐप डीपी पर भी महिला पुलिस अधिकारी की तस्वीर लगाकर उन्हें सपोर्ट कर रहे हैं. वहीं वकीलों के प्रति पुलिस के बिगड़ते रवैया से नाराज आज एक बार फिर वकीलों ने कर बहिष्कार करके दिन भर विरोध प्रदर्शन किया.
वकीलों की ओर से मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने एडीसीपी नीतू कादयान, एसीपी नितिन तनेजा समेत 100 पुलिसकर्मियों के खिलाफ वाद दर्ज करने का आदेश दे दिया है. सुनवाई की अगली तारीख 29 सितंबर तय की गई है. आपको बता दें कि पिछले दिनों बड़ागांव थाने के दरोगा मिथिलेश प्रजापति को वकीलों के द्वारा डीएम पोर्टिको में पीटने के मामले के बीच वाराणसी के वरुणा जोन की एडीसीपी नीतू कादयान का वीडियो सामने आया है.
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वकीलों के निशाने पर आईं ADCP नीतू कादयान
वायरल वीडियो में महिला अधिकारी नीतू कादयान से बहस के बाद अंत में वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने वकीलों को हुटिंग करते हुए खदेड़ दिया. वकीलों के विरोध की कड़ी में अब महिला पुलिस अधिकारी भी निशाने पर आ गई हैं. जिसके चलते वकीलों ने एक बार फिर कचहरी में काम बहिष्कार करके पूरे दिन विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान कुछ वकीलों ने अनोखे ढंग से अपने हाथों में हथकड़ी लगाकर भी अपना विरोध जाहिर किया.
वकीलों की मांग थी कि उनके साथियों पर किए गए मुक़दमे हटाए जाएं और महिला पुलिस अधिकारी पर भी कार्रवाई हो. इसी कड़ी में शुक्रवार को बनारस बार उपाध्यक्ष राघवेंद्र नारायण दुबे की ओर से मुख्य नायक मजिस्ट्रेट की अदालत में एडीसीपी नीतू कादयान, एसीपी नितिन तनेजा, एसीपी विदुष सक्सेना, कैंट इंस्पेक्टर शिवाकांत मिश्रा के अलावा 50 दरोगा और 50 सिपाही के खिलाफ प्रार्थना पत्र देकर मुकदमा दर्ज करने का आदेश देने की मांग की थी. इस पर आज कोर्ट ने याचिका को प्रकीर्ण वाद यानी मिसलेनियस केस के रूप में दर्ज करने का आदेश दिया है और सुनवाई की अगली तारीख 29 सितंबर निर्धारित की है.
दारोगा मिथिलेश प्रजापति की पिटाई वाला केस भी जान लीजिए
बीते 16 सितंबर को वाराणसी कचहरी के डीएम पोर्टिको के नीचे बड़ागाँव थाने पर तैनात दरोगा मिथिलेश प्रजापति को वकीलों ने पुरानी लड़ाई का बदला लेते हुए जमकर पीट दिया. इस दौरान दरोगा को शरीर पर 16 जगह चोट लगी थी और फिर उपचार के लिए BHU के ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया था. हालांकि अगले ही दिन BHU ट्रामा सेंटर से दरोगा को डिस्चार्ज कर दिया गया था. वाराणसी के कैंट थाने में पीड़ित दरोगा की ओर से 10 वकीलों पर नामजद और उनके साथ 50-60 अन्य लोगों पर मुकदमा दर्ज करा दिया गया. इसके बाद से ही वकील नाराज हैं और अपना विरोध दर्ज करा रहे हैं.
कौन हैं IPS नीतू कादयान?
नीतू कादयान IPS-RR 2020 कैडर की आईपीएस हैं. वह फिलहाल वाराणसी में एडिशनल डीएसपी के पोस्ट पर तैनात हैं. नीतू कादयान ने केमिस्ट्री से बीएसएसी की डिग्री हासिल की है. IPS में सेलेक्ट होने से पहले वह शुरुआत में IRS के लिए भी सेलेक्ट हो चुकी हैं. इनकी तेजतर्रात पुलिस अफसरों में होती रहती है.
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