ज्ञानवापी मस्जिद से पहले यहां एक बड़ा मंदिर था! ASI ने अपनी रिपोर्ट में क्या-क्या बताया
रिपोर्ट में दावा किया है कि ज्ञानवापी मस्जिद आज जहां है वहां पहले एक बड़ा हिंदू मंदिर था. यह दावा काफी विस्फोटक है और अब माना जा रहा है कि ज्ञानवापी का मामला भी खूब गरमाएगा.
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Gyanvapi Survey Report : अयोध्या में राम मंदिर बनने के बाद अब बड़ी खबर वाराणसी से आ रही है. वाराणसी की ज्ञानवापी मस्जिद के ASI सर्वे की रिपोर्ट के निष्कर्ष के सामने आने का दावा किया जा रहा है. इसमें कहा गया है कि ज्ञानवापी मस्जिद आज जहां है वहां पहले एक बड़ा हिंदू मंदिर था. यह दावा काफी विस्फोटक है और अब माना जा रहा है कि ज्ञानवापी का मामला भी खूब गरमाएगा.
असल में यह दावा हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर की ओर से तब किया गया है, जब कोर्ट के आदेश के बाद उनके हाथ में ASI की सर्वे रिपोर्ट आई है. वाराणसी की डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने बुधवार को निर्देश दिया था कि ज्ञानवापी मस्जिद परिसर की सर्वे रिपोर्ट को सभी पक्षकारों को सौंपा जाए. इसके बाद गुरुवार को यह रिपोर्ट हिंदू और मुस्लिम पक्ष को सौंप दी गई है.
सामने आई रिपोर्ट
बता दें कि ज्ञानवापी मस्जिद की ASI सर्वे की रिपोर्ट को लेकर हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन ने बड़ा दावा किया है. उन्होंने कहा कि जिला जज के नकल विभाग कार्यालय ने उन्हें ज्ञानवापी मस्जिद की ASI सर्वे रिपोर्ट सौंप दी है. इस रिपोर्ट के कुल पन्नों की संख्या 839 बताई जा रही है. इस रिपोर्ट को लेकर गुरुवार को को विष्णु शंकर ने प्रेस कांफ्रेंस की और कई दावे किए.
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ज्ञानवापी मस्जिद के सर्वे में ASI को क्या-क्या दिखा?
ज्ञानवापी मस्जिद की ASI सर्वे की रिपोर्ट हिंदू पक्ष के वकील विष्णु शंकर जैन को जिला जज के नकल विभाग कार्यालय से सोपी गई है. बताया जा रहा है कि यह रिपोर्ट 839 पन्नों की है. विष्णु शंकर जैन ने मीडिया के सामने ASI के सर्वे की रिपोर्ट के निष्कर्ष को पढ़कर सुनाया है. इसमें कहा गया है कि जहां पर आज ज्ञानवापी मस्जिद है, वहां एक बड़ा हिंदू मंदिर था. आइए इस रिपोर्ट की बातें बिंदुवार समझते हैं.
- - ASI के मुताबिक, वर्तमान का जो ढांचा है उसकी पश्चिमी दीवार पहले के बड़े हिंदू मंदिर का हिस्सा है.
- - पहले के मंदिर के खंभों को थोड़े बहुत बदलाव के साथ मस्जिद के लिए इस्तेमाल किया गया है.
- - हिंदू मंदिर के खंभों की नक्काशियों को मिटाने की कोशिश की गई है.
- - सर्वे में बताया गया है कि यहां पर 32 ऐसे शिलालेख मिले हैं जो पुराने हिंदू मंदिर के हैं.
- - ASI की रिपोर्ट के मुताबिक देवनागरी ग्रंथ, तेलुगू, कन्नड़ के शिलालेख मिले हैं.
- - महामुक्ति मंडप, यह बहुत ही महत्वपूर्ण शब्द है जो इसके शिलालेख में मिला है.
- - सर्वे के दौरान एक पत्थर मिला शिलालेख मिला जिसका टूटा हुआ हिस्सा पहले से ASI के पास था.
- - तहखाने में हिंदू देवी देवताओं की मूर्तियां मिली हैं, जिसे तहखाना के नीचे मिट्टी से दबा दिया गया था.
- - पश्चिमी दीवार हिंदू मंदिर का ही हिस्सा है, यह पूरी तरीके से स्पष्ट है.
- - रिपोर्ट में लिखा है 17वीं शताब्दी में हिंदू मंदिर को तोड़ा गया और इसके मलबे से ही वर्तमान ढांचे को बनाया गया.
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