प्रयागराज: फिरौती न मिलने पर 15 साल के बच्चे का अपहरण के बाद हत्या
उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कथित तौर एक 15 साल के बच्चे की अपहरण के बाद पर हत्या कर दी गई. बदमाशों ने व्यापारी…
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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में कथित तौर एक 15 साल के बच्चे की अपहरण के बाद पर हत्या कर दी गई. बदमाशों ने व्यापारी पिता से 15 लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. बच्चे की लाश चित्रकूट के जंगलों में मिली. वहीं, पुलिस ने जंगलों में घेराबंदी की तो बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी और जवाबी फायरिंग में दो बदमाशों को गोली लगी. मामला शंकरगढ़ थाना इलाके का है. फिलहाल परिवार वालों का इस घटना के बाद रो-रोकर बुरा हाल है.
यमुनानगर के शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में 15 साल के बच्चे की अपहरण के बाद हत्या के मामले का प्रयागराज पुलिस ने खुलासे का दावा किया है. अपहृत बच्चे का शव चित्रकूट जिले के बरगढ़ के जंगलों में मिला है. शव को पोस्टमॉर्टम के लिए चित्रकूट भेज दिया गया है.
वहीं, प्रयागराज पुलिस की अपहरणकर्ताओं के साथ रविवार सुबह शंकरगढ़ थाना क्षेत्र में मुठभेड़ हो गई. मुठभेड़ में अपहरणकर्ता सुखदेव और संजय वर्मा उर्फ रत्नेश घायल हुए हैं.
गौरतलब है कि कारोबारी पुष्पराज केसरवानी के 15 वर्षीय बेटे शुभ का शनिवार शाम अपहरण किया गया था. पुष्पराज की तहरीर पर शंकरगढ़ थाने में अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था. बच्चे की बरामदगी के लिए पुलिस की कई टीमें लगाई गई थीं. घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की भी पुलिस ने पड़ताल की.
पुलिस की पूछताछ में यह जानकारी मिली कि पुष्पराज के दो ट्रक भी चलते हैं, जिसमें एक ट्रक का ड्राइवर लोकनाथ है. लोकनाथ का भाई सुखदेव का भी पुष्पराज के घर आना जाना था. सुखदेव अपने भतीजे गणेश और एक अन्य संजय के साथ पुष्पराज के घर शनिवार शाम पहुंचा था. पुष्पराज के बेटे शुभ को जंगल में खरगोश दिखाने के बहाने बाइक पर बैठकर आरोपी ले गए थे. सुखदेव और संजय बच्चे को ले गये थे, जबकि गणेश उन्हें रास्ते में मिला था.
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पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के मुताबिक,
तीनों आरोपियों ने मिलकर पत्थर मारकर बच्चे हत्या कर दी थी. बच्चे की हत्या कर पुष्पराज से 15 लाख की फिरौती मांगी थी. अपहरणकर्ताओं की ओर से सिर्फ एक बार फोन कर फिरौती मांगी गई थी. दोबारा कॉल नहीं किया गया. अपहरणकर्ताओं के फोन सर्विलांस पर रखकर जांच की गई. जिसके बाद गणेश की लोकेशन चित्रकूट के बरगढ़ के जंगलों में मिली. सबसे पहले पुलिस गणेश तक पहुंची. गणेश की निशानदेही पर बरगढ़ के जंगल में शुभ का शव बरामद हुआ. गणेश ने ही इस बात की सूचना दी कि मुख्य आरोपी सुखदेव और संजय शंकरगढ़ में सूनसान स्थान पर छिपे हुए हैं.
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने बताया कि पुलिस की टीम ने जब अपहरणकर्ताओं की घेराबंदी की तो अपहरणकर्ताओं ने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. जवाबी कार्रवाई में अपहरणकर्ता सुखदेव और संजय वर्मा घायल हुए हैं. दोनों घायल अपहरणकर्ताओं को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया है. सुखदेव जनपद चित्रकूट का रहने वाला है, जबकि संजय वर्मा मध्य प्रदेश के रीवा का रहने वाला है. मुठभेड़ में शंकरगढ़ थाने में तैनात एक सिपाही सागर देवरिया भी घायल हुआ है. घायल सिपाही सागर देवरिया के हाथ में चोट लगी है. इसका भी इलाज कराया जा रहा है.
पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के मुताबिक, बच्चे की हत्या का मोटिव फिलहाल साफ नहीं है. पुष्पराज के परिवार से अपहरणकर्ताओं की क्या दुर्भावना थी. इस बारे में पूछताछ की जा रही है. पुलिस इस बात का भी पता लग रही है कि सिर्फ रुपयों के लिए हत्या की गई या फिर हत्या के पीछे और कोई दूसरी वजह है.