पत्नी संग ट्रेन में यात्रा कर रहे थे हाई कोर्ट के जज, सर्विस मिली गड़बड़ तो लिया ये ऐक्शन

पंकज श्रीवास्तव

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Prayagraj News: इलाहाबाद हाई कोर्ट के जज गौतम चौधरी को ट्रेन में हुई ‘असुविधा’ का मामला सुर्खियों में हैं. आपको बता दें कि जस्टिस चौधरी की ओर से उत्तर मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को एक पत्र लिख पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई है और दोषी अफसरों से जवाब मांगा गया है. पत्र के अनुसार, ट्रेन में जस्टिस चौधरी और उनकी पत्नी को काफी असुविधा हुई. जज और उनकी पत्नी को टाइम पर खाना नहीं मिला और फोन करने पर किसी ने कोई जवाब नहीं दिया.

यह है पूरा मामला

इलाहाबाद हाई कोर्ट के रजिस्ट्रार (प्रोटोकॉल) आशीष कुमार श्रीवास्तव ने 14 जुलाई को एक पत्र जारी किया. इसमें कहा गया है कि 8 जुलाई को पुरुषोत्तम एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12802) के एसी-1 कोच से जस्टिस चौधरी को अपनी पत्नी के साथ नई दिल्ली से प्रयागराज जाना था. ट्रेन तीन घंटे से ज्यादा लेट आई.

किसी ने नहीं की जज की मदद!

टीटीई को बार-बार सूचित किया गया, उसके बावजूद जज की मदद करने और जरूरत के लिए कोच में कोई जीआरपी कर्मी नहीं मिला. इसके अलावा, बार-बार कॉल करने के बावजूद पैंट्री कार कर्मचारी ने ध्यान नहीं दिया और जस्टिस परिवार को ना खाने के लिए कुछ उपलब्ध कराया. इस पर जस्टिस चौधरी ने पेंट्रीकार मैनेजर राज त्रिपाठी को फोन किया, लेकिन उन्होंने भी कॉल नहीं उठाया.

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जज ने तलब किया जवाब

आशीष कुमार श्रीवास्तव की ओर से जारी पत्र में आगे कहा गया है कि इस घटना से जज को काफी असुविधा हुई. इस संबंध में जस्टिस चौधरी ने रेलवे के अधिकारियों, जीआरपी कर्मियों और पेंट्रीकार मैनेजर के आचरण और कर्तव्य के प्रति लापरवाही को लेकर नाराजगी जताई है. जस्टिस चौधरी ने रेलवे के जनरल मैनेजर को दोषी कर्मचारियों से जवाब मांगने का आदेश दिया है. जज ने रेलवे अधिकारियों से घटना के संबंध में कोर्ट को जवाब देने के लिए कहा है.

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