गिरेबान पकड़ने से लात-घूंसों तक, गाजियाबाद में महिला और पुरुष वकील के बीच हाथापाई, किसकी गलती थी?
गाजियाबाद सेल टैक्स कार्यालय में महिला और पुरुष अधिवक्ता के बीच मारपीट का वीडियो वायरल, दोनों पक्षों ने पुलिस में दर्ज करवाई शिकायत. जानें पूरा मामला.
ADVERTISEMENT

गाजियाबाद के मोहन नगर स्थित सेल टैक्स कार्यालय में मंगलवार को एक चौंकाने वाली घटना घटी, जहां दो अधिवक्ताओं- एक महिला और एक पुरुष के बीच विवाद इतना बढ़ा कि हाथापाई तक पहुंच गया. इस घटना के वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहे हैं, जिन पर लोग अपनी-अपनी राय जाहिर कर रहे हैं. कई लोग पुरुष अधिवक्ता संदीप द्वारा महिला संदीपा दुहान पर किए गए हमले की निंदा कर रहे हैं, जबकि कुछ इसे महिला द्वारा उकसाया गया विवाद मान रहे हैं. फिलहाल, दोनों पक्षों ने स्थानीय पुलिस को लिखित शिकायत दी है और पुलिस ने जांच के बाद उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
कैसे शुरू हुआ विवाद?
मिली जानकारी के मुताबिक, विवाद तब शुरू हुआ जब सेल टैक्स विभाग ने एक ट्रक को जब्त किया. ट्रक की रिहाई के लिए कानूनी मदद देने के उद्देश्य से एक पुरुष अधिवक्ता ने ट्रक चालक से बातचीत शुरू की. इसी दौरान, वहीं मौजूद एक महिला अधिवक्ता संदीपा दुहान ने भी ट्रक चालक को अपने क्लाइंट के रूप में लेने की कोशिश की. इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो जल्द ही तीखी बहस में बदल गई.
थप्पड़बाजी तक पहुंचा मामला
बात इतनी बढ़ गई कि संदीपा ने संदीप का गिरेबान पकड़ लिया और थप्पड़ जड़ दिया. इसके बाद दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई, और कार्यालय का माहौल तनावपूर्ण हो गया. घटना के तुरंत बाद दोनों पक्ष साहिबाबाद थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई. एसीपी साहिबाबाद रजनीश उपाध्याय के अनुसार, पुलिस को दोनों की शिकायत मिल गई है और मामले की जांच जारी है. तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें...
इस वीडियो में नजर आ रही महिला अधिवक्ता संदीपा दुहान का कहना है कि संदीप नामक शख्स ने उनके साथ छेड़खानी की . इसके साथ ही उसने पुरुषों की तरह उन पर घूंसे बरसाए जिससे उनका सिर फट गया और उन्हें चोट आई.
महिला वकील ने क्या कहा?
वहीं दूसरी ओर एडवोकेट संदीप चौधरी का कहना है कि महिला अधिवक्ता द्वारा उनसे अभद्रता और बदतमीजी के साथ मारपीट की गई. महिला ने उन्हें चाटे मारे और उनके प्राइवेट पार्ट्स पर लात मारी. वो देर तक उससे छोड़ने की रिक्वेस्ट करते रहे लेकिन वह महिला उनसे अभद्रता करती रही. संदीप का कहना है कि उन्होंने महिला अधिवक्ता के साथ मिलकर काम किया था. लेकिन बाद में अलग होकर खुद वकालत का काम करने लगे. ऐसे में महिला अधिवक्ता द्वारा उन्हें काम करने से लगातार रोका जाता और उनसे मारपीट की जाती है.