लखनऊ: सब्जी विक्रेता की बेटी खेलेगी जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप, जानें मुमताज की प्रेरक कहानी
वो कहावत है न कि अगर हौसले बुलंद हों तो आसमां में भी सुराख किया जा सकता है, बस एक पत्थर तबियत से उछालने की…
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वो कहावत है न कि अगर हौसले बुलंद हों तो आसमां में भी सुराख किया जा सकता है, बस एक पत्थर तबियत से उछालने की देर होती है! इसी कहावत को उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की रहने वालीं मुमताज खान ने सच कर दिखाया है. दरसअल, सब्जी विक्रेता की बेटी मुमताज का जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप में चयन हो गया है. हालंकि, मुमताज अभी उड़ीसा में हैं और 25 मार्च को वह अफ्रीका जाएंगी.
कौन हैं मुमताज खान?
मुमताज खान के परिवार में माता-पिता के अलावा उनकी पांच बहने और एक छोटा भाई है. हालांकि परिवार की स्थिति ज्यादा ठीक नहीं है. एक छोटे से कमरे में कई लोग रहते हैं. मुमताज के पिता हफीज खान अपने परिवार का पेट पालने के लिए पहले रिक्शा चलाते थे और अब सब्जी की दुकान लगाते हैं. हफीज की पत्नी कैसर जहां, दुकान चलाने में उनका साथ देती हैं.
मुमताज की बड़ी बहन फरहा ने बताया, “हम लोगों की बचपन से ही आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी. बड़ी मुश्किल से मुमताज 12वीं तक पढ़ पाई और उसके बाद उसका हॉकी के लिए चयन हुआ. पहले वह रेस करती थी. रेस में तेज होने के बाद उसके कोच ने उसे हॉकी खेलने के लिए बुलाया था.”
मुमताज की मां मुताबिक,
“विश्वास नहीं होता है कि बेटी भारत के लिए खेल रही है. यह गर्व की बात है. हमारी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है. गरीबी से एक कमरे में हम 8 लोग रहते हैं. घर में टीवी नहीं है. मोबाइल पर बेटी का मैच देखते हैं. सब्जी की दुकान लगाकर जीवन यापन करते हैं, देश का नाम रोशन करे हमारी बेटी.”
कैसर जहां
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मुमताज की पड़ोसी रूही के मुताबिक, “हमें बहुत गर्व है कि मुमताज देश के लिए खेल रही है. हम लोग बचपन से उसको देखते आए थे और आज विश्वास नहीं होता है कि वह विदेश जा रही है. बहुत गरीबी से इनका परिवार बढ़ा हुआ है.”
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