IND vs BAN Test : कानपुर ग्रीन पार्क में बांग्लादेशी बल्लेबाजों को 'नचाने' के पूरे इंतजाम! इस मिट्टी से बनाई गई पिच
IND vs BAN Kanpur Test : भारतीय टीम इस समय अपने घर में बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है, जिसके पहले मैच में 280 रनों से जीत दर्ज की.
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IND vs BAN Kanpur Test : भारतीय टीम इस समय अपने घर में बांग्लादेश के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेल रही है, जिसके पहले मैच में 280 रनों से जीत दर्ज की. सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 27 सितंबर से कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम में खेला जाएगा. वहीं ग्रीन पार्क स्टेडियम में शुक्रवार से शुरू होने वाले दूसरे और अंतिम टेस्ट मैच में क्रिकेट प्रेमियों को खूब रन बरसने की उम्मीद है. यह मुकाबला छठी नंबर की पिच पर खेला जाएगा, जिससे शुरुआती दौर में बल्लेबाजों और फिर स्पिनरों को मदद मिलने की संभावना है.
स्पिनरों का रहेगा राज
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा, कोच गौतम गंभीर और चीफ क्यूरेटर के बीच बुधवार को हुई 30 मिनट की चर्चा के बाद पिच पर अंतिम मुहर लगाई गई. मैच की तैयारी के दौरान पिच का मुआयना करते हुए टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने कहा कि इस पिच पर रन बनाना आसान होगा. उन्होंने माना कि दोनों टीमों के बल्लेबाजों को अच्छी शुरुआत मिल सकती है और मैच के बाद के हिस्से में स्पिनरों की भूमिका अहम हो जाएगी.
बल्लेबाजों को नाच नचाएगी पिच
ग्रीन पार्क के क्यूरेटर ने बुधवार को जानकारी दी कि भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरे टेस्ट मैच के लिए पिच आदर्श होगी. पिच पहले दो सत्रों में तेज गेंदबाजों को मदद करेगी और आखिरी तीन दिनों में स्पिनरों की भूमिका अहम होगी. दूसरा टेस्ट मैच शुक्रवार से शुरू होगा. क्यूरेटर शिव कुमार ने बताया कि, “इस पिच में चेन्नई में हुए मैच जैसा अहसास होगा. इसमें सभी के लिए कुछ न कुछ होगा। पहले दो सत्रों में उछाल मिलेगा और पहले दो दिनों में बल्लेबाजी के लिए यह काफी अच्छा रहेगा. फिर आखिरी तीन दिनों में स्पिनरों की भूमिका अहम होगी.”
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उन्नाव से मंगाई गई ये मिट्टी
भारत ने चेन्नई में पहले टेस्ट में बांग्लादेश को 280 रन से हराया था. ग्रीन पार्क की पिच के लिए काली मिट्टी उन्नाव के पास के गांव से मंगाई गई है, जो कानपुर से 23 किमी दूर है. काली मिट्टी से बनी पिचें पारंपरिक रूप से स्पिनरों की मदद करती हैं, जबकि लाल मिट्टी तेज गेंदबाजों की मदद करती है. पिच के धीमे रहने की उम्मीद पहले से ही की जा रही है. उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ (UPCA) के एक अधिकारी ने कहा, “हम इस मिट्टी की जांच भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान से करवाते हैं. यह एक विशेष मिट्टी है जो काली मिट्टी गांव के एक तालाब के पास पाई जाती है. हम वर्षों से गांव से काली मिट्टी लाते रहे हैं.”
कानपुर का ग्रीन पार्क स्टेडियम हमेशा से ही रोचक मुकाबलों का गवाह रहा है और इस बार भी यहां जबरदस्त क्रिकेट देखने का मौका मिलेगा. क्रिकेट प्रेमियों को रोमांचक खेल की उम्मीद है और देखना होगा कि कौन सी टीम परिस्थितियों का बेहतर इस्तेमाल कर जीत हासिल करती है. कुल मिलाकर, खिलाड़ियों और दर्शकों के लिए ग्रीन पार्क स्टेडियम में यह मैच एक यादगार अनुभव साबित होने वाला है.
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(भाषा इनपुट के साथ)
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