नोएडा की हवा में घुला प्रदूषण का ‘जहर’, विजिबिलिटी हुई कम, जानें कितना है AQI?
दिवाली आने से पहले एक बार फिर उत्तर प्रदेश के नोएडा की हवा में प्रदूषण तैरने लगा है. आलम ऐसा है कि लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है.शनिवार को स्मॉग की चादर ने पूरे वातावरण को ढक दिया, जिसकी वजह से नोएडा का AQI बेहद ही खराब श्रेणी में चला गया.
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Noida Weather News: दिवाली आने से पहले एक बार फिर उत्तर प्रदेश के नोएडा की हवा में प्रदूषण तैरने लगा है. आलम ऐसा है कि लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है और आंखों में जलन. इस बीच शनिवार को स्मॉग की चादर ने पूरे वातावरण को ढक दिया, जिसकी वजह से नोएडा का AQI बेहद ही खराब श्रेणी में चला गया. वहीं, वातावरण में स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी भी कम हो गई है. ऐसे में आप घर से बाहर निकलने की योजना बना रहे हैं तो पहले अपने नोएडा के AQI की हालत जान लीजिए.
कितना है नोएडा का AQI?
सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (CPCB) के अनुसार को शनिवार को नोएडा का AQI 427 रहा. CPCB के अनुसार, 427 AQI गंभीर स्थिति में आता है.
आपको बता दें कि चिकित्सकों ने चिंता व्यक्त की है कि वायु प्रदूषण से बच्चों और बुजुर्गों में श्वसन और आंख संबंधी दिक्कतें बढ़ रही है. बता दें कि दिल्ली-एनसीआर में पारा गिरने, हवा के मंद पड़ने और पंजाब एवं हरियाणा में पराली जलाने की घटनाएं बढ़ने के कारण पिछले सप्ताह से वायु गुणवत्ता में गिरावट आनी शुरू हुई है.
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‘यूनिवर्सिटी ऑफ शिकागो’ के ‘एनर्जी पॉलिसी इंस्टीट्यूट’ की एक रिपोर्ट में अगस्त में कहा गया कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के कारण लोगों की उम्र करीब 12 साल तक कम हो रही है. प्रदूषण के अति गंभीर श्रेणी में पहुंचने के कारण अनेक लोग सुबह की सैर और खेल समेत खुले में की जाने वाली अपनी गतिविधियों को टालने के लिए मजबूर हुए हैं.
क्या कहा नोएडा के लोगों ने?
नोएडा के सेक्टर-19 में रहने वाले कुशाग्र वार्ष्णेय नामक युवक ने यूपी तक से खास बातचीत में कहा, “मैं प्रवेश परीक्षा की तैयारी कर रहा हूं. मुझे इन दिनों घर से कोचिंग सेंटर जाने में बहुत दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि मैं बस से जाता हूं. आज सुबह जब में घर से कोचिंग के लिए निकला तो मेरी आंखें जलने लगीं. सांस लेने में भी दिक्कत का सामना करना पड़ा. मेरी सरकार से मांग है कि वातावरण को ठीक करने के लिए जल्द से जल्द सख्त कदम लिए जाएं.”
नोएडा के सेक्टर 22 निवासी शुभम गंगावत ने कहा, “मैं पेशे से डॉक्टर हूं. इस बात में कोई दो मत नहीं है कि नोएडा में प्रदूषण के हालात बहुत खराब हैं. इन दिनों लोगों को बहुत दिक्कत हो रही है…यहां पॉल्यूशन गंभीर श्रेणी में चला गया है. ऐसे में मेरी लोगों से अपील है कि अगर कोई वजह नहीं है तो वे बाहर न निकलें और घर पर ही रहें. अगर बाहर जा भी रहे हैं तो मास्क और चश्मा जरूर पहनें.
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