एनकाउंटर में कैसे मारा गया बदायूं कांड का आरोप साजिद? पुलिस ने सुनाई चौंका देने वाली कहानी

अंकुर चतुर्वेदी

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बदायूं केस का मुख्य आरोपी साजिद और पीड़ित परिवार
Budaun
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Budaun News: बदायूं कांड का आरोपी साजिद मारा जा चुका है तो वही साजिद का भाई जावेद को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. बदायूं में हुए 2 बच्चों के मर्डर ने पूरे यूपी को हिला कर रख दिया है. जिस तरह से साजिद ने 2 मासूमों को मौत के घाट उतारा है, उसे जान हर कोई सकते में है.

बता दें कि घटना के 1 घंटे बाद ही पुलिस ने साजिद को एनकाउंटर में मार गिराया था. अब पुलिस ने साजिद के एनकाउंटर की पूरी कहानी बताई है. पुलिस ने साजिद के एनकाउंटर को लेकर कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं. पुलिस के मुताबिक, 2 मासूमों की गला रेत कर हत्या करने के बाद साजिद ने पुलिस पर 7 राउंड फायरिंग भी की थी. इसके जवाब में पुलिस ने करीब 3 राउंड फायरिंग की और साजिद को एनकाउंटर में ढेर कर दिया.

साजिद को लगी पुलिस की 3 गोलियां

पुलिस के मुताबिक, साजिद को पुलिस की 3 गोलियां लगी हैं. पुलिस की गोली लगते ही साजिद की मौत हो गई. पुलिस को साजिद के पास से तमंचा भी मिला था. साथ में 4 जिंदा कारतूस भी पुलिस को मिले. 

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दरअसल साजिद के एनकाउंट को लेकर सब इंस्पेक्टर सुमित कुमार चौकी इंचार्ज नवादा चौकी ,थाना सिविल लाइन की तरफ केस दर्ज करवाया गया है. ये केस मृतक साजिद के खिलाफ पुलिस ने दर्ज करवाया है. पुलिस FIR में साजिद के एनकाउंटर की पूरी कहानी पुलिस ने बताई है.

कैसे-कैसे हुआ साजिद का एनकाउंटर?

साजिद के एनकाउंटर की जानकारी देते हुए पुलिस ने FIR में बताया, इंस्पेक्टर गौरव विश्नोई के साथ 3 पुलिसकर्मी सरकारी गाड़ी में घटना स्थल की तरफ जा रहे थे. तभी उनके पास अन्य पुलिस अधिकारी का फोन आया. फोन पर पुलिसकर्मी ने कहा कि साजिद और जावेद शेखूपुर के जंगलों की तरफ जा रहे हैं. 

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पुलिस को पता था कि 2 मासूमों की हत्या करके ये भाग रहे हैं और फरार होने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में पुलिस ने फौरन साजिद-जावेद को पकड़ने के लिए जाल बिछाया. प्रभारी निरीक्षक गौरव विश्नोई ने अपनी सरकार गाड़ी को फौरन उस रास्ते की तरफ घुमाया, जहां से जावेद और साजिद भाग रहे थे. 

साजिद को सरेंडर करने के लिए कहा गया

पुलिस ने एफआईआर में बताया, इस दौरान पुलिस को साजिद शेखूपुर के जंगलों की तरफ भागता हुआ देख गया. पहले पुलिस ने उसे पकड़ने की कोशिश की. उसे पुलिस ने सरेंडर करने के लिए बोला. मगर साजिद ने पुलिस की एक बात नहीं सुनी. साजिद ने पुलिस पर फायरिंग कर दी. ये गोली सीधा पुलिस अधिकारी गौरव विश्नोई को लगी. गनीमत ये रही कि पुलिसकर्मी ने बुलेट प्रूफ जैकेट पहन रखी थी. 

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साजिद लगातार पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करता रहा. ऐसे में पुलिसकर्मियों ने भी जवाबी फायरिंग की. पुलिसकर्मी गौरव विश्नोई, चंंद्रपाल सिंह और सुमित कुमार ने साजिद के खिलाफ 1-1 राउंड फायर किए और साजिद को 3 गोलियां लग गईं. गोली लगते ही साजिद जमीन पर गिर गया और उसकी मौत हो गई.

बता दें कि इस मामले में साजिद का भाई जावेद भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुका है. जावेद से पुलिस पूछताछ कर रही है. जावेद खुद को बेगुनाह बता रहा है. जावेद का कहना है कि जिस समय उसके भाई साजिद ने घटना को अंजाम दिया, वह वहां नहीं था. जब उसे पूरे मामले की जानकारी हुई तो वह डर गया और भाग निकला. दूसरी तरफ पीड़ित परिवार और पड़ोसियों ने घटना में जावेद के शामिल होने का भी आरोप लगाया है. फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है.

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