सेना भर्ती की अग्निपथ योजना पर UP में बवाल, प्रदर्शन शुरू, विपक्ष संग ‘अपने’ भी विरोध में
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में केंद्र द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए गुरुवार को सेना में भर्ती के अकांक्षी युवाओं ने…
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उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में केंद्र द्वारा शुरू की गई अग्निपथ योजना का विरोध करते हुए गुरुवार को सेना में भर्ती के अकांक्षी युवाओं ने प्रदर्शन किया. बता दें कि इस दौरान प्रदर्शन कर रहे युवाओं ने इस योजना को रद्द करने की मांग की और ‘अग्निपथ योजना वापस लो’ के नारे लगाए. मिली जानकारी के अनुसार प्रदर्शनरत युवाओं को पुलिस ने मौके से हटा दिया है. खबर यह भी कि करीब 10 युवकों को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है.
वहीं, इस दौरान अक्षय रावत नामक युवक ने मीडिया से बातचीत में कहा, “भारत सरकार ने हमसे हाथ जोड़कर वन रैंक वन पेंशन के नाम पर वोट मांगा था और आज नो रैंक नो पेंशन का ड्रामा बनाकर हम युवाओं को बेरोजगारी में डाल दिया है. हम यह तानाशाही नहीं सहेंगे.”
विपक्ष संग ‘अपने’ भी विरोध में
ऐसा नहीं है कि बीजेपी सरकार की अग्निपथ योजना का सिर्फ विपक्ष ही विरोध कर रहा है, लेकिन अब इसको लेकर पीलीभीत से बीजेपी के सांसद वरुण गांधी भी खुले तौर पर विरोध में आ गए हैं. गुरुवार को वरुण ने रक्षा मंत्री राजनाथ के नाम लिखा एक पत्र ट्विटर पर साझा किया.
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पीलीभीत सांसद ने कहा,
“आदरणीय राजनाथ सिंह जी, ‘अग्निपथ’ योजना को लेकर देश के युवाओं के मन में कई सवाल हैं. युवाओं को असमंजस की स्थिति से बाहर निकालने के लिए सरकार अतिशीघ्र योजना से जुड़े नीतिगत तथ्यों को सामने रख कर अपना पक्ष साफ करे. जिससे देश की युवा ऊर्जा का सकारात्मक उपयोग सही दिशा में हो सके.”
वरुण गांधी
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इससे पहले मायावती ने सिलसिलेवार तरीके से ट्वीट पर कहा था कि बीएसपी की यह मांग की है सरकार अग्निपथ योजना पर पुनर्विचार करे. मायावती ने अपने ट्वीट में और क्या क्या कहा, इसे नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक कर पढ़ सकते हैं.
अग्निपथ योजना का मायावती ने किया विरोध, बोलीं- सरकार तुरंत अपने फैसले पर पुनर्विचार करे
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क्या है ‘अग्निपथ’ योजना?
सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए थलसेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की मंगलवार को घोषणा की थी, जिसके तहत सैनिकों की भर्ती चार साल की लघु अवधि के लिए संविदा आधार पर की जाएगी.
योजना के तहत तीनों सेनाओं में इस साल करीब 46,000 सैनिक भर्ती किए जाएंगे. चयन के लिए पात्रता आयु साढ़े 17 वर्ष से 21 वर्ष के बीच होगी और इन्हें ‘अग्निवीर’ नाम दिया जाएगा.
CM योगी बोले- सरकार पुलिस और संबंधित सेवाओं में भर्ती के लिए अग्निवीरों को प्राथमिकता देगी
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