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बिजली क्षेत्र के भविष्य को आकार देने वाला मंच बन रहा इलेक्रामा 2025! ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में क्या-क्या चल रहा?

यूपी तक

इलेक्रामा 2025 भारत के ऊर्जा और बिजली क्षेत्र के भविष्य को आकार देने वाला मंच बन गया है. ग्रेटर नोएडा में चल रहे इस आयोजन के दूसरे दिन ऊर्जा क्षेत्र में नीतियों, नवाचारों और सहयोग पर जोर दिया गया.

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ELECRAMA 2025 event organised by IEEMA: इलेक्रामा 2025 भारत के ऊर्जा और बिजली क्षेत्र के भविष्य को आकार देने वाला मंच बन गया है. ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में चल रहे इस आयोजन के दूसरे दिन ऊर्जा क्षेत्र में नीतियों, नवाचारों और सहयोग पर जोर दिया गया है. यह मंच भारत को वैश्विक ऊर्जा परिदृश्य में मजबूत पहचान दिलाने की दिशा में काम कर रहा है.

सीईओ राउंडटेबल: ऊर्जा भविष्य पर चर्चा

पहले दिन हुए सीईओ राउंडटेबल में 120 से ज्यादा उद्योग दिग्गजों और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. ऊर्जा बदलाव, स्मार्ट ग्रिड, स्वच्छ गतिशीलता और एआई आधारित बिजली प्रबंधन जैसे विषयों पर गहन बातचीत हुई. यह सत्र भारत के ऊर्जा ढांचे को मजबूत करने और नेट-जीरो लक्ष्यों की ओर बढ़ने का रोडमैप तैयार करने में अहम रहा.

सरकार और उद्योग की प्रतिबद्धता

दूसरे दिन विद्युत मंत्रालय के सचिव पंकज अग्रवाल और एनटीपीसी के सीएमडी गुरदीप सिंह ने शिरकत की. पंकज अग्रवाल ने कहा, "भारत बिजली उपकरणों का बड़ा निर्यातक बनने की राह पर है. सरकार उद्योग को नीति, कच्चा माल और परीक्षण सुविधाओं से सपोर्ट कर रही है. इलेक्रामा जैसे मंच नवाचार को बढ़ावा देते हैं." वहीं, गुरदीप सिंह ने एनटीपीसी के प्रयासों पर जोर देते हुए कहा, "हम ऊर्जा दक्षता, रिन्युएबल क्षमता और एआई तकनीक से बदलाव ला रहे हैं. यह ‘मेक इन इंडिया’ की सफलता का सबूत है."

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‘वीमेन इन पावर’: महिलाओं का योगदान

‘वीमेन इन पावर’ सत्र में ऊर्जा क्षेत्र में महिलाओं की भूमिका पर चर्चा हुई. महुआ आचार्य, रुचिका द्राल, पूनम पांडे जैसी महिला नेताओं ने हिस्सा लिया. रुचिका द्राल ने कहा, "महिलाओं के लिए नीतियां और कौशल विकास आर्थिक प्रगति को बढ़ा रहे हैं. इलेक्रामा महिलाओं को अवसर देने में अहम है." यह सत्र महिला नेतृत्व को सशक्त करने की दिशा में बड़ा कदम रहा।


वर्ल्ड यूटिलिटी समिट का उद्घाटन

दूसरे दिन वर्ल्ड यूटिलिटी समिट शुरू हुआ, जिसमें ऊर्जा बदलाव, डीकार्बोनाइजेशन और एआई आधारित प्रबंधन पर वैश्विक चर्चा हुई. विक्रम गंडोत्रा, सुनील सिंघवी और कई ग्लोबल लीडर्स ने हिस्सा लिया. एक व्हाइटपेपर भी जारी किया गया, जो भविष्य की ऊर्जा रणनीतियों पर प्रकाश डालता है. इलेक्रामा 2025 का दूसरा दिन भारत की ऊर्जा क्रांति को गति देने वाला साबित हुआ. सरकार, उद्योग और महिलाओं की भागीदारी से यह आयोजन देश को डिजिटल और स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में आगे ले जा रहा है.
 

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