अंबानी परिवार की चार पीढ़ियों ने एक साथ संगम में लगाई डुबकी, तब कैसा था माहौल?
महाकुंभ में अंबानी परिवार की चार पीढ़ियों ने संगम में एक साथ स्नान कर आस्था और परंपरा का अनूठा संदेश दिया.
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मुकेश अंबानी ने अपनी मां, बेटों और पोते-पोतियों के साथ प्रयागराज के महाकुंभ में त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान किया. उनके साथ चार पीढ़ियों के सदस्य मौजूद थे, जिनमें उनकी मां कोकिलाबेन, बेटे आकाश और अनंत, बहुएं श्लोका और राधिका, पोते पृथ्वी और वेदा शामिल थे.

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महाकुंभ में अंबानी परिवार की चार पीढ़ियों ने संगम में एक साथ स्नान कर आस्था और परंपरा का अनूठा संदेश दिया. यह स्नान सिर्फ एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं बल्कि भारतीय संस्कृति की गहरी जड़ों और पीढ़ियों के जुड़ाव को दर्शाता है.

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महाकुंभ दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन है जहां हर 12 साल में करोड़ों श्रद्धालु पुण्य लाभ के लिए संगम में स्नान करते हैं. मुकेश अंबानी का परिवार भी इस आध्यात्मिक यात्रा का हिस्सा बना जिससे यह आयोजन और खास बन गया.

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महाकुंभ के दौरान अंबानी परिवार ने निरंजनी अखाड़े के स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज से आशीर्वाद लिया और गंगा पूजन किया. इसके अलावा उन्होंने परमार्थ निकेतन आश्रम के स्वामी चिदानंद सरस्वती महाराज से भी मुलाकात की.

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अंबानी परिवार ने इस अवसर पर जरूरतमंदों के बीच मिठाइयां और लाइफ जैकेट वितरित कीं. इससे यह संदेश मिलता है कि धार्मिक आयोजनों में सेवा कार्य का भी विशेष महत्व होता है.

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रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने महाकुंभ तीर्थयात्रियों के लिए ‘तीर्थ यात्री सेवा’ नामक एक विशेष पहल चलाई है, जिसमें तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, भोजन, चिकित्सा सहायता और परिवहन सुविधाएं शामिल हैं.

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रिलायंस इंडस्ट्रीज अपने ‘वी केयर’ दर्शन के तहत महाकुंभ में आए श्रद्धालुओं के लिए पौष्टिक भोजन (अन्न सेवा), मेडिकल हेल्प, सुरक्षित परिवहन, कनेक्टिविटी और आरामदायक विश्राम क्षेत्र जैसी सुविधाएं प्रदान कर रहा है.

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मुकेश अंबानी और उनके परिवार की इस यात्रा से यह साफ होता है कि धन और सफलता के बावजूद आध्यात्मिकता और भारतीय संस्कृति उनके जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यह यात्रा भारतीय मूल्यों और धार्मिक आयोजनों की महत्ता को दर्शाती है.