कौशांबी: सरकारी स्कूल की किताबों में राष्ट्रगान से ‘उत्कल-बंग’ शब्द गायब, बताई गई ये वजह

अखिलेश कुमार

ADVERTISEMENT

UPTAK
social share
google news

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में परिषदीय विद्यालयों में बांटी गई सरकारी किताबों में बड़ी खामी सामने आई है. 5वीं की हिंदी की किताब में राष्ट्रगान ही अधूरा है. राष्ट्रगान से ‘उत्कल-बंग’ शब्द गायब है. मामला प्रकाश में आने के बाद विभाग में खलबली मच गई है.

परिषदीय विद्यालयों का नया सत्र अप्रैल माह से शुरू हो गया था, लेकिन इसके बाद भी शासन ने पाठ्य पुस्तक बच्चों तक पहुंचाने में देरी की. पिछले दिनों शासन भेजी गई पाठ्य पुस्तकों का वितरण कराया गया. पुस्तकें मिलते ही छात्र – छात्राओं के चेहरे खिल उठे, लेकिन नई किताबों में बड़ी खामी सामने आने पर शिक्षा विभाग पर सवाल खड़े हो गए हैं.

कक्षा पांच के हिंदी विषय की किताब ‘वाटिका’ में राष्ट्रगान की पंक्तियों से उत्कल और बंग शब्द गायब हो गया है. हालांकि बेसिक शिक्षा अधिकारी का कहना है कि प्रिंटिंग के दौरान गड़बड़ी हुई है. उच्च अधिकारियों से शिकायत कर इस गड़बड़ी को दुरुस्त करवाया जाएगा.

यह भी पढ़ें...

ADVERTISEMENT

इस पुस्तक के अंतिम पृष्ठ पर राष्ट्रगान लिखा हुआ है, जो अधूरा है. जब राष्ट्रगान की तीसरी लाइन पंजाब-सिंध-गुजरात-मराठा-द्राविड़…… इसके बाद की लाइन है ही नहीं. इसके बाद सीधे पांचवीं लाइन विंध्य-हिमाचल-यमुना-गंगा …से शुरू है. यह गलती एक दो किताबों में नहीं, बल्कि पांचवीं की सभी किताबों में देखने को मिली है.

ADVERTISEMENT

कौशांबी जनपद में 1089 परिषदीय विद्यालय संचलित हैं. कक्षा एक से आठ तक करीब 1 लाख 82 हजार छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. परिषदीय स्कूल में सत्र तो अप्रैल माह से ही समय पर शुरू हुआ था पर इसके बाद भी शासन ने पाठ्य पुस्तकें बच्चों तक पहुंचाने में देरी की. बच्चे अभी तक पुरानी किताबों के सहारे शिक्षा ग्रहण कर रहे थे.

बेसिक शिक्षा अधिकारी प्रकाश सिंह ने बताया कि यह मिस प्रिंटिंग है. प्रकाशन के दौरान ही गड़बड़ी हुई है. इसे दुरुस्त कराने के लिए उच्च अधिकारियों को अवगत कराया जाएगा. जल्द ही इसे दुरुस्त कराया जाएगा. यह मानवीय भूल के कारण हुआ है. जानबूझकर किसी ने गलती नहीं की है.

कौशांबी: बाइक सवार बदमाश ने महिला बैंक मैनेजर पर किया एसिड से हमला, गंभीर रूप से झुलसी

ADVERTISEMENT

    Main news
    follow whatsapp

    ADVERTISEMENT