UP Politics: लोकसभा चुनावों में उत्तर प्रदेश ने भाजपा को जबरदस्त झटका दिया. इसकी कल्पना खुद भाजपा के किसी भी नेता को नहीं थी. लोकसभा चुनाव के बाद से ही यूपी की योगी सरकार और यूपी भाजपा संगठन में गुटबाजी की खबर सामने आने लगी. यहां तक की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के बीच भी गड़बड़ी की खबर सामने आने लगी. इसी बीच कल यानी 21 अगस्त के दिन यूपी में बड़ा सियासी घटनाक्रम हुआ.
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बता दें कि मुख्यमंत्री आवास 5 कालिदास मार्ग पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, सरकार और संगठन की बड़ी बैठक हुई. मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान को लेकर गंभीर चर्चा की गई. माना ये भी जा रहा है कि आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर भी बैठक में बात की गई. लेकिन मुख्य एजेंडे में लोकसभा चुनाव में हुए नुकसान की समीक्षा ही थी.
संघ यूपी को लेकर हुआ एक्टिव
बता दें कि ऐसा काफी लंबे समय बाद देखने को मिला है, जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का शीर्ष नेतृत्व उत्तर प्रदेश के मामलों में समन्वय कर रहा हो. जिस तरह से संघ की सरकार और संगठन के साथ मुख्यमंत्री आवास पर बैठक हुई है, उसने राजनीतिक पंडितों को भी हैरान कर दिया है.
संघ यूपी में किस कदर सक्रिय हुआ है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में भाजपा के मामलों के प्रभारी अरुण कुमार खुद 2 दिनों से लखनऊ में डेरा डाले हुए हैं. वह खुद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सरकार और संगठन के साथ हुई बैठक में शामिल रहे हैं.
मुख्यमंत्री से खुद मिले अरुण कुमार
चर्चा तो ये भी हैं कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के भाजपा मामलों के प्रभारी अरुण कुमार ने खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात भी की है. इस मुलाकात के बाद ही संघ की भाजपा संगठन और सरकार के साथ बड़ी बैठक हुई है.
मिली जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में भाजपा कोर कमेटी के साभी सदस्य थे. बैठक में सरकार और संगठन के बीच चल रही रस्साकसी पर भी बात की गई. बैठक में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, भाजपा यूपी चीफ भूपेंद्र चौधरी और संगठन महामंत्री भी शामिल रहे.
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