क्या अपना सोफा साथ लेकर डेंगू पीड़ित परिवार से मिलने गए अखिलेश? जानिए मामले का पूरा सच

अमित तिवारी

• 08:10 AM • 08 Nov 2021

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो चुका है. इस बीच हाल ही में समाजवादी पार्टी…

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उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 से पहले राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला तेज हो चुका है. इस बीच हाल ही में समाजवादी पार्टी (एसपी) अध्यक्ष अखिलेश यादव की एक वायरल तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए विरोधी दलों ने उन्हें जमकर निशाने पर लिया.

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5 नवंबर को यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने ट्विटर पर इस तस्वीर को पोस्ट कर सवाल किया, ”जिस घर की दीवारों पर प्लास्टर भी नहीं है, वहां नेता जी के लिए आरामदायक सोफा कहां से आया?”

वहीं, 6 नवंबर को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के यूपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव ने भी यही तस्वीर ट्विटर पर पोस्ट कर कहा, ”समाजवाद की बात करने वाले यूपी के शहजादे जहां जाते हैं, अपना सोफा साथ लेकर जाते हैं.”

क्या है मामले का पूरा सच?

यह तस्वीर खुद अखिलेश यादव ने 3 नवंबर को ट्वीट की थी. इस ट्वीट में उन्होंने लिखा था, ”इटावा के जिस गांव में मुख्यमंत्री जी ने महामारी में ‘दिखावटी कोविड पर्यटन’ करके सभी मेडिकल व्यवस्थाओं के सही होने का झूठा दावा किया था, आज यहां आकर उसकी कलई खुलते देखी. यहां का एक गांव डेंगू से बुरी तरह प्रभावित है और कई मौतें भी हो चुकी हैं. सोती सरकार तत्काल ध्यान दे!”

दरअसल अखिलेश 3 नवंबर को सैफई तहसील के गीजा गांव में पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने डेंगू पीड़ित परिवार की आर्थिक मदद भी की थी. अखिलेश की सोफे वाली तस्वीर उसी वक्त की है. मगर सवाल यह है कि अखिलेश जिस सोफे पर बैठे थे, वो आखिर किसका था? यही जानने के लिए यूपी तक की टीम गीजा गांव पहुंची.

गीजा में मुकेश बाथम नाम के एक व्यक्ति का परिवार रहता है. मुकेश का चार नंबर का 20 वर्षीय बेटा, जिसकी शादी 3 महीने पहले हुई थी, उसका हाल ही में डेंगू से निधन हो गया था. इसके बाद अखिलेश ने गीजा गांव जाकर इस पीड़ित परिवार का हालचाल जाना, साथ ही उसकी कुछ आर्थिक मदद भी की.

मुकेश बाथम ने बताया कि उनके दो बेटों की शादी पिछले 4 महीने के अंदर हुई थी, जिसमें एक बेटे की डेंगू से मौत हो गई, जिसके बाद अखिलेश यादव उनके घर हाल-चाल लेने के लिए आए थे.

बाथम ने बताया, ”(मामले से जुड़ी वायरल तस्वीर में दिख रहा) सफेद रंग का सोफा उसी मृतक बेटे की शादी में 3 महीने पहले उपहार स्वरूप मिला था और दूसरा ब्राउन कलर का सोफा भी 4 महीने पहले दूसरे बेटे की शादी में उपहार में मिला था.”

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