UP Police success story: गोरखपुर के झंगहा थाना क्षेत्र के मोतीराम अड्डा के दुबियारी ढाड़ी गांव से एक प्रेरणादायक कहानी सामने आई है, जहां पीएसी में तैनात जवान राजकिशोर पाल के तीन बेटों—धीरज पाल, नीरज पाल और अमन पाल—का एक साथ यूपी पुलिस में चयन हुआ है. 13 मार्च को घोषित परिणाम में परिवार को तीन-तीन खुशखबरियां एक साथ मिलीं, जिससे न सिर्फ घर में, बल्कि पूरे गांव में जश्न का माहौल है.
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तीनों भाइयों की सफलता उनकी कड़ी मेहनत और परिवार के मजबूत सहयोग का नतीजा है. उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने पिता राजकिशोर पाल के साथ-साथ चाचा लालमन पाल, राजेश्वर पाल और कमलेश्वर पाल को दिया है. मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाले इन तीनों भाइयों ने कठिन परिस्थितियों में भी हार नहीं मानी और सेल्फ-स्टडी के बल पर यह मुकाम हासिल किया.
आर्मी में जाना था सपना, लेकिन पुलिस बनी पहली उपलब्धि
राजकिशोर पाल खुद लखनऊ में पीएसी के जवान हैं और उनके पिता भारतीय सेना में थे. हालांकि, उनके पिता का देहांत हो जाने के बाद परिवार की पूरी जिम्मेदारी राजकिशोर पाल के कंधों पर आ गई. तीन भाइयों में से एक रेलवे में कार्यरत हैं, तो दूसरे वैज्ञानिक हैं. अब परिवार की नई पीढ़ी ने पुलिस में भर्ती होकर अपनी अलग पहचान बनाई है. खास बात यह है कि उनके एक चचेरे भाई पहले से ही भारतीय सेना में हैं.
दरोगा बनने का सपना, जॉइनिंग के बाद भी जारी रखेंगे तैयारी
तीनों भाइयों में सबसे छोटे अमन पाल ने बताया कि उन्होंने बिना कोचिंग के, सिर्फ अपनी मेहनत और अनुशासन से यह सफलता हासिल की है. हालांकि, उनकी मंजिल यहीं खत्म नहीं होती. वे पुलिस की सेवा के साथ-साथ अपनी पढ़ाई जारी रखेंगे और जॉइनिंग के बाद भी बड़े पदों की परीक्षाओं की तैयारी करेंगे, जिससे वे दरोगा बनने के अपने लक्ष्य को पूरा कर सकें.
गोरखपुर के इस परिवार की सफलता न सिर्फ जिले बल्कि पूरे प्रदेश के उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो मेहनत और लगन से अपने सपनों को साकार करना चाहते हैं.
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