कानपुर के रियल एस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की ‘हत्या’ के मामले में एक और गिरफ्तारी हुई है. हेड कांस्टेबल कमलेश यादव को गोरखपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसके बाद कमलेश यादव को गोरखपुर पुलिस ने कानपुर एसआईटी के हवाले कर दिया. कानपुर एसआईटी कमलेश यादव से पूछताछ कर रही है. बता दें कि इस मामले में अभी तक कुल 5 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है.
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इस मामले में अभी तक जगत नारायण सिंह, अक्षय कुमार मिश्रा, राहुल दुबे, प्रशांत कुमार और कमलेश यादव को गिरफ्तार किया गया है. वहीं, मामले में उपनिरीक्षक विजय यादव अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर है.
बता दें कि एसआईटी ने इस मामले में आरोपी 6 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी के लिए सूचना मुहैया कराने पर एक-एक लाख रुपये का नकद इनाम देने की घोषणा की थी. इससे पहले एसआईटी ने सभी 6 पुलिसकर्मियों की गिरफ्तारी पर 25-25 हजार रुपये इनाम की घोषणा की थी.
यूपी सरकार ने इस मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) से कराने की संस्तुति करते हुए केंद्र सरकार को एक अक्टूबर को प्रस्ताव भेजा था. राज्य सरकार ने यह भी तय किया कि जब तक सीबीआई जांच को अपने हाथ में नहीं ले लेती तब तक मामले की जांच कानपुर में स्थानांतरित की जाएगी, जहां विशेष जांच दल (एसआईटी) जांच करेगी.
क्या है मामला?
27-28 सितंबर की दरम्यानी रात को गोरखपुर के एक होटल में पुलिस की दबिश के बाद कानपुर के कारोबारी मनीष की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. आरोप है कि होटल में चेंकिग करने गए पुलिसकर्मियों ने मनीष गुप्ता से मारपीट की, जिसकी वजह से मनीष की मौत हो गई.
मनीष गुप्ता केस: एक-एक लाख रुपये के इनामी दो और पुलिसकर्मी गिरफ्तार
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