Etawah Lok Sabha Chunav Exit Poll 2024: लोकसभा चुनाव में सातवें चरण और अंतिम चरण के वोटिंग खत्म होने के बाद अब एग्जिट पोल आने शुरू हो गए हैं. इन पोल्स के जरिए अनुमान लगाया जाएगा कि किस पार्टी को कितनी सीटें मिलने की उम्मीद है. वहीं उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों के भी एग्जिट पोल आने शुरु हो गए हैं. आइए 4 जून को आने वाले नतीजों से पहले जानते हैं इटावा लोकसभा सीट का एग्जिट पोल.
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फंसा हुआ है इटावा का चुनाव
इटावा के स्थानीय पत्रकार खादीम अब्बास ने बताया कि, 'इटावा का चुनाव कशमकश में देखा गया यानी यहां का चुनाव फंसा हुआ है. इस बार विपक्ष की ओर से जनता खुद चुनाव लड़ती दिखाई दी. मतदाता महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर काफी वोट किया है. यहां पिछले बार से भाजपा की हालत खराब दिखी है. इस बार हो सके हो सपा फिर से इस सीट को हासिल कर ले.'
भाजपा का कार्यकर्या में नहीं दिखा कोई जोश
वहीं पत्रकार सुधीर मिश्रा ने कहा कि, इटावा सीट रिजर्व सीट रही है. ये सपा की गढ़ मानी जाती रही पर 2014 से भाजपा का अभ्युदय हुआ है. पिछली बार सपा और बसपा मिलकर लड़े पर उसके बाद भी भाजपा ने जीत हासिल कर ली. पिछले बार के रिजल्ट को देखा जाए तो भाजपा इस बार आसानी से जीतनी चाहिए थी पर यहां की लड़ाई काफी कठिन नजर आ रही है. यहां भाजपा के कार्यकर्ता भी नकारात्म दिखे हैं, हो सके तो सपा जीत जाए.
महंगाई और बेरोजगारी रहा प्रमुख मुद्दा
स्थानीय पत्रकार बीपी राजन ने कहा कि,' ये इटावा का इतिहास रहा है कि यहां से कोई भी सांसद दोबारा नहीं चुन पाया है. दलित वोटर्स ने इस बार बसपा को ना जाकर सपा को जाती दिखी है. इस सीट पर फिलहाल सपा मजबूत दिखाई दे रही है. भाजपा को कई मुद्दों का सामना करना पड़ा है क्योंकि पिछले दस सालों से उनका सांसद यहां है.' वहीं पत्रकार मनोज दीक्षित ने बताया कि, 'जो क्षेत्र यादव और मुस्लिम बाहुल्य हैं, उन सभी ने इंडिया गठबंधन को महंगाई और बेरोजगारी को लेकर मतदान किया है. मतदाता हालांकि शांत होकर मतदान किया है. दलित बाहुल्य क्षेत्र में दलितों ने बसपा को सपा को और भाजपा तीनों को वोट किया है.'
2019 में ऐसा था नतीजा
पार्टी | प्रत्याशी | वोट |
भाजपा | राम शंकर कठेरिया | 522,119 |
सपा+बसपा | कमलेश कुमार | 457,682 |
कांग्रेस | अशोक दोहरे | 16.570 |
हार-जीत में अंतर | 64,437 |
2024 के लोकसभा चुनाव में इटावा में बीजेपी से रामशंकर कठेरिया, इंडिया गठबंधन से जितेंद्र दोहरे और बसपा से सारिका सिंह बघेल चुनाव मैदान में हैं.
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