अतीक के शूटरों को पड़कने के लिए बनी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट टीम, मिली ये जिम्मेदारी

आशीष श्रीवास्तव

14 Mar 2023 (अपडेटेड: 14 Mar 2023, 02:58 PM)

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) पुलिस के सामने एक चुनौती बनकर खड़ा है. आरोपियों को पकड़ने के…

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उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में हुए उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) पुलिस के सामने एक चुनौती बनकर खड़ा है. आरोपियों को पकड़ने के लिए यूपी पुलिस रणनीति बनाकर दिन रात काम कर रही है. उमेश पाल हत्याकांड में अतीक अहमद गैंग का हाथ बताया जा रहा है. वहीं अतीक के शूटरों को पकड़ने के लिये अब यूपी के टॉप एनकाउंटर स्पेशलिस्ट टीम के कंधों पर ज़िम्मेदारी डाली गई है. यह वह टॉप और मज़बूत एनकाउंटर स्पेशलिस्ट हैं, जिन्होंने अपने कार्यकाल में कई बड़े और ख़ौफ़नाक एनकाउंटर किए हैं.

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बनी एनकाउंटर स्पेशलिस्ट टीम

अभी तक प्रयागराज कमिश्नरेट की भारी भरकम फौज और एसटीएफ की आधुनिक उपकरणों से लैस टीम असद समेत अन्य शूटर्स को तलाशने में फेल साबित हुई है. ऐसे में अब उन पुलिस अधिकारियों की एक स्पेशल टीम बनाई जा रही है. जिनका सीधा न ही एसटीएफ से संबंध है और न ही प्रयागराज पुलिस से, लेकिन एक जमाने में वो अपराधियों के लिए काल माने जाते थे.

डकौतों के काल बने इस अफसर को किया गया शामिल

सबसे पहला नाम इस क्रम में कभी ठोकिया और ददुआ जैसे डकैतों के लिए काल बनने वाले आईपीएस अनंत देव तिवारी का अता है. हालांकि पुलिस के टॉप ऑफिसियल के मुताबिक़ अभी किसी स्पेशलिस्ट का नाम सीक्रेट तरह से रखा हुआ है. जिससे शूटरों तक यह जानकारी ना जा पाये. इसी क्रम में मुख्तार अंसारी एंड गैंग के लिए सिर दर्द बने इंस्पेक्टर से क्षेत्राधिकारी बने पूर्वांचल में तैनात एक सीओ व तीन अन्य इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी जो किसी अन्य विंग में तैनात है. उनका नाम भी सामने आया है. लेकिन अब वो उस टीम का हिस्सा है, जो उमेश पाल हत्याकांड में शामिल फरार शूटर्स की तलाश कर रही है.

तीसरा नाम पूर्वांचल के ही क्षेत्र से एंड वाले एसटीएफ़ के अधिकारी का नाम है, जो एसटीएफ़ के लिए संजीवनी बूटी का काम करते रहे है और एक मज़बूत ख़ुफ़िया नेटवर्क रखते है जिसको टीम का हिस्सा बनाया गया है. चौथा पश्चिमी से आने वाले तेज तर्रार आफ़िसर का नाम भी सामने आया है, जिसका एनकाउंटर में सबसे क़ायदा यक़ीन है. ऐसे में ज़िम्मेदारी के लिए इनके कंधों पर ज़िम्मेदारी दी गई है.

पांचवां नाम उस अधिकारी का है, जिसने एसटीएफ़ में रहते हुए कृष्णानंद राय के हत्यारे शूटर फ़िरदौस को मुंबई में मार गिराया था. इस अधिकारी के नाम से मुख़्तार अंसारी गैंग के शूटर्स के घुटने कांपते थे. सूत्रों के मुताबिक, सरकार ने इस स्पेशल टीम को किसी भी हाल में अतीक के फरार बेटे असद, गुड्डू मुस्लिम, साबिर और अरमान को किसी भी हाल में गिरफ्तार करने के निर्देश दे दिए हैं.

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