अखिलेश यादव के परिवार की शादी में कैसे पहुंचे योगी के मंत्री दिनेश सिंह? अंदर की कहानी

अखिलेश यादव परिवार में उनके चचेरे भाई आर्यन यादव की शादी सैफई में हुई. इस शादी के दौरान राजनीतिक और पारिवारिक गतिविधियों की खूब चर्चा रही. इस शादी में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी इसमें शामिल हुए.

Akhilesh Yadav and Dinesh singh

कुमार अभिषेक

27 Nov 2025 (अपडेटेड: 27 Nov 2025, 09:56 AM)

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अखिलेश यादव परिवार में उनके चचेरे भाई आर्यन यादव की शादी सैफई में हुई. इस शादी के दौरान राजनीतिक और पारिवारिक गतिविधियों की खूब चर्चा रही. इस शादी में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह भी इसमें शामिल हुए. अखिलेश यादव ने खुद उनका परिचय समारोह में मौजूद लोगों से कराया. दिनेश प्रताप सिंह ने बाद में स्पष्ट किया कि जब उनकी बेटी की शादी हुई थी तब अखिलेश यादव, रामगोपाल यादव और शिवपाल यादव तीनों गए थे. निजी रिश्तों के नाते उन्होंने बुलावे को स्वीकार किया.​

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इसे लेकर पूरी कहानी यूपी Tak की वीडियो रिपोर्ट आज का यूपी में नीचे देखी जा सकती है. 

अपर्णा, प्रतीक ने छुए अखिलेश के पैर

भाजपा नेता अपर्णा यादव और उनके पति प्रतीक यादव ने भी शादी में शामिल होकर अखिलेश यादव के पैर छुए. इसकी तस्वीरें और वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुए. इससे यह संकेत मिला कि राजनीतिक मतभेदों के बावजूद परिवार में संस्कार बरकरार हैं. इसके अलावा शादी के दौरान सपा प्रवक्ता अनुराग भदौरिया की एक तस्वीर भी वायरल हुई जिसमें वे रोते हुए दिखे, लेकिन अनुराग ने साफ किया कि वे वास्तव में हंसी-ठिठोली के दौरान हंस रहे थे और वह फोटो उसी मोमेंट की है.​​ 

शादी समारोह से निकलते ही अखिलेश ने देखी 120 बहादुर मूवी

इस समारोह से फुर्सत पाते ही अखिलेश यादव ने निर्माता, निर्देशक और एक्टर फरहान अख्तर के साथ फिल्म '120 बहादुर' देखी. यह फिल्म 1962 के भारत-चीन युद्ध और अहीर रेजीमेंट के शौर्य पर आधारित है. फिल्म देखने के बाद अखिलेश ने अहीर रेजीमेंट बनाने की मांग दोहराई और कहा कि समाजवादी पार्टी ही एकमात्र दल है जिसने मेनिफेस्टो में अहीर रेजीमेंट की मांग शामिल की है. साथ ही उन्होंने SIR (Special Identification Registration) को लेकर सरकार पर हमला बोला और चुनाव आयोग को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि घुसपैठियों के बहाने अल्पसंख्यकों और करोड़ों लोगों के मतदान अधिकार छीनने की साजिश हो रही है.

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