मुख्तार अंसारी के साले पर ED ने कसा शिकंजा, गाजीपुर जेल से बाहर आते ही किया गिरफ्तार

विनय कुमार सिंह

• 04:43 PM • 07 Nov 2022

माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की…

UPTAK
follow google news

माफिया मुख्तार अंसारी और उसके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है. जमीन घोटाला और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी की कार्रवाई लगातार जारी है. वहीं ईडी ने सोमवार को मुख्तार अंसारी के साले आतिफ रजा को गिरफ्तार कर लिया है. इससे पहले ईडी मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी को भी गिरफ्तार कर चुकी है. जानकारी के मुताबिक, मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में ईडी ने तीन अवैध संपत्तियों की जांच की थी.

यह भी पढ़ें...

मुख्तार अंसारी के साले और उनके व्यवसायिक गतिविधियों की देखरेख करने वाले शरजील रज़ा उर्फ आतिफ को प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने जिला जेल से अपने हिरासत में ले लिया.

बता दें कि सोमवार शाम को प्रवर्तन निदेशालय की टीम अचानक से जिला कारागार गाजीपुर पहुंची और उसके थोड़ी देर बाद धीरे-धीरे पुलिस का जमावड़ा शुरू हो गया. सूत्रों से मिली खबरों से पता चला कि मुख्तार अंसारी के छोटे साले शरजील रजा उर्फ आतिफ कि आज रिहाई होनी थी. रिहाई के साथ ही प्रवर्तन निदेशालय प्रयागराज की टीम शरजील रज़ा उर्फ आतिफ को जेल से ही अपने साथ ले गई. अपने साथ ले जाने से पहले शरजील रजा की तलाशी ली गई, इस दौरान थोड़ी देर के लिए उनकी मुलाकात अपनी पत्नी और बच्चों से भी हुई.

मौके पर मौजूद उनके वकील लियाकत अली ने बताया कि पिछले 1 महीने से शरजील रज़ा और उनके बड़े भाई अनवर रजा दोनों लोग यहां नंदगंज थाना में दर्ज केस में गाजीपुर की जिला जेल में बंद थे. इनकी ज़मानत अर्जी सीजेएम कोर्ट से स्वीकृत होने के बाद इन्हें आज जेल से रिहा किया गया है. उसी दौरान प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने उन्हें अपनी कस्टडी में ले लिया.

जानकारी के मुताबिक प्रयागराज में मऊ के विधायक अब्बास अंसारी को ईडी ने पहले ही मनी लॉन्ड्रिंग केस में हिरासत में ले रखा है और उसी केस में मुख्तार अंसारी के सालों के खिलाफ भी कुछ लीड मिली थी. जिसके बाद ईडी की राडार पर शरजील रज़ा को जेल से ही अपने साथ हिरासत मे ले लिया.मुख्तार अंसारी और उनके गैंग के साथ उसके परिवार पर मुश्किलें अब और बढ़ती दिख रही हैं. मुख्तार आंसारी के आपराधिक इतिहास के साथ उसके आर्थिक साम्राज्य पर भी अब सरकार की निगाहें टेढ़ी हैं. अभी पिछले दिनों भी ED ने मुख्तार अंसारी गैंग से जुड़े चार लोगों के यहां एक साथ छापेमारी की थी.

आजम खान की सदस्यता क्यों रद्द की? सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार और चुनाव आयोग से मांगा जवाब

    follow whatsapp
    Main news