उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले सियासी वार-पलटवार का ऐसा दौर जारी है, जिसके शोर में कई मौकों पर जनता से जुड़े अहम मुद्दे कहीं दबकर रह जाते हैं. ऐसे में 18 सितंबर को हमने सजाया एक खास मंच- यूपी तक बैठक.
इस बैठक में यूपी चुनाव से जुड़े कई बड़े नेताओं से जरूरी सवाल पूछे गए. उन सवालों के बाद जो बड़ी बातें सामने आईं, आइए उन पर एक नजर दौड़ा लेते हैं ताकि इस बात की झलक भी मिल सके कि 2022 में यूपी का विधानसभा चुनाव आखिर जाएगा किस दिशा में.
सीएम योगी ने सामने रखे सरकार के कामकाज पर कई आंकड़े
यूपी तक बैठक की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के एक रिकॉर्डेड संदेश के साथ हुई. इस संदेश में उन्होंने अपनी सरकार के कामकाज से संबंधित कई आंकड़े सामने रखे. सीएम योगी ने क्या-क्या कहा, वो आप इस वीडियो में देख सकते हैं.
10 में से 8 एनकाउंटर ब्राह्मणों के हो रहे: सतीश चंद्र मिश्रा
यूपी तक बैठक में बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, ”आज ब्राह्मण समाज का उत्पीड़न हो रहा है उत्तर प्रदेश में, जितने एनकाउंटर हो रहे हैं, 10 में से 8 ब्राह्मण समाज के हो रहे हैं.”
अयोध्या और राम मंदिर को लेकर मिश्रा ने कहा, ”हमने अयोध्या जाकर बीजेपी की पोल खोल दी. हमने जब कहा कि मंदिर नहीं बन रहा, तो जल्दी-जल्दी में सीमेंट डालकर नींव बनाने की बात कर रहे हैं.”
यूपी विधानसभा चुनाव 2022 में गठबंधन को लेकर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, ”हम किसी के साथ गठबंधन नहीं करने जा रहे. हम इस बार अपने दम पर पूर्ण बहुमत की सरकार बनाएंगे. हमारा गठबंधन सर्वसमाज से होगा.”
एनसीपी चीफ शरद पवार के कांग्रेस को लेकर जमींदार वाले बयान पर सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा, ”अब कांग्रेस के पास न तो हवेली बची है, न ही जमीन है. जिस पार्टी ने संविधान देने वाले बाबा साहब को धोखा दिया उसका ये हश्र तो होना ही था.”
सतीश चंद्र मिश्रा ने कहा कि यूपी में विधानसभा चुनाव के बाद सरकार बनाने के लिए जरूरत पड़ने पर भी उनकी पार्टी एसपी-बीजेपी के साथ नहीं जाएगी.
2022 में कौन होगा BJP का CM चेहरा? जानिए केशव प्रसाद मौर्य का जवाब
2017 में सीएम न बनाए जाने से जुड़े सवाल पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ”मेरे मन में कोई कसक नहीं. पार्टी ने मुझे सम्मान दिया, बड़ी-बड़ी जिम्मेदारियां दीं. मुझे यूपी का उपमुख्यमंत्री बनाया गया.”
यूपी चुनाव 2022 को लेकर एसपी चीफ अखिलेश यादव के एक बयान पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ”अखिलेश यादव को मुंगेरीलाल के हसीन सपने आ रहे हैं. अखिलेश यादव सपने में 400 सीटें जीत सकते हैं, लेकिन 2022 में नतीजे आएंगे तो उनका सपना चकनाचूर हो जाएगा.”
जातिगत जनगणना के मुद्दे पर केशव प्रसाद मौर्य बोले, ”व्यक्तिगत तौर पर मैं इसके खिलाफ नहीं हूं, न ही मेरी पार्टी इसके खिलाफ है.”
क्या 2022 में भी योगी आदित्यनाथ ही बीजेपी का सीएम चेहरा होंगे? इस सवाल पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि 2022 के चुनाव के बाद चुने गए विधायक केंद्रीय पर्यवेक्षक की टीम के साथ मिलकर विधायक दल का नेता चुनेंगे.
बीजेपी को ‘अब्बा जान’ जैसी बयानबाजी की जरूरत क्यों पड़ी? इस पर केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ”अखिलेश यादव से मेरा सवाल है कि 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार बनने से पहले वह मंदिर कब गए थे. तुष्टिकरण की राजनीति को जनता ने तमाचा लगा दिया.”
‘अब्बा जान’, ‘चाचा जान’ बयानबाजी पर क्या बोले असदुद्दीन ओवैसी?
‘अब्बा जान’, ‘चाचा जान’ बयानबाजी पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ”इससे साफ जाहिर हो रहा है कि इनको मुसलमानों से कितनी नफरत है.”
ओवैसी ने कहा, ”योगी ने जब अब्बा जान कहा तो सभी सेक्युलर लोगों ने अपने पिता के साथ तस्वीर डाली, लेकिन दूसरे ने चाचा जान कहा तो उस पर कुछ नहीं हुआ. मैं पॉलिटिकल सेक्युलरिज्म के खिलाफ हूं, संविधान की धर्मनिरपेक्षता के साथ हूं.”
यूपी तक बैठक में AIMIM चीफ ने कहा कि बीजेपी, एसपी, बीएसपी ऐसा बर्ताव कर रही हैं, जैसे मैं इन्हें लूटने आया हूं. कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश में मुझे कांग्रेस कहीं नजर नहीं आती.”
सतीश चंद्र मिश्रा ने बीजेपी में शामिल होने की कोशिश की थी: सिद्धार्थ नाथ सिंह
यूपी सरकार में मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने दावा किया, ”सतीश चंद्र मिश्रा ने बीजेपी में शामिल होने की कोशिश की थी, हमने उन्हें लिया नहीं इसलिए वह नाराज हैं.”
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ”60 फीसदी पोलिंग हमारी होगी. 60 फीसदी वोट बीजेपी को मिलेगा, बाकी 40 फीसदी में सभी रहेंगे”
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत को लेकर सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कहा, ”राकेश टिकैत राजनीतिक दलों के साथ मिले हैं, उनके आंदोलन का कोई असर नहीं होगा.”
हमें श्मशान नहीं, स्कूल-अस्पताल चाहिए: संजय सिंह
AAP नेता संजय सिंह ने कहा, ”पिछले एक-डेढ़ साल में यूपी में अगर किसी ने विपक्ष की भूमिका निभाई है तो आम आदमी पार्टी ने निभाई है. हमने भ्रष्टाचारों को उजागर किया है. आम आदमी पार्टी वास्तव में सत्ता की नाक में नकेल डालने का काम कर रही है.”
संजय सिंह ने कहा, ”(अरविंद) केजरीवाल जी ने दिल्ली की जनता से 70 वादे किए और 71 पूरे किए. उनके नाम पर हम चुनाव लड़ रहे हैं.”
AAP के यूपी प्रभारी संजय सिंह ने कहा, ”2017 के चुनाव में देश के प्रधानमंत्री, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, बीजेपी का एक-एक कार्यकर्ता गांव-गांव में जाकर कहता था, ‘श्मशान होना चाहिए कि नहीं होना चाहिए’ और इस मनहूस पार्टी ने गांव-गांव में श्मशान बना दिया. हमें श्मशान नहीं चाहिए. हमें स्कूल चाहिए, अस्पताल चाहिए, उद्योग चाहिए, रोजगार चाहिए, किसान की फसल का दाम चाहिए.”
उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश के अंदर एक निरंकुश सत्ता है. आप इनके खिलाफ बोल तक नहीं सकते. बोलने पर मुकदमे कर दिए जाते हैं, बुल्डोजर से घर गिरा दिए जाते हैं.”
इसके अलावा संजय सिंह ने कहा, ”2019 में बीजेपी को नरेंद्र मोदी के नाम पर बड़ा वोट मिला. अब जनता के सामने महंगाई की कहानी है. जनता के सामने कोरोना संकट का भी दृश्य है. 10 महीने से किसान सड़क पर हैं, उनको मवाली कहा जाता है. राकेश टिकैत को रोना तक पड़ा.”
जरा महंगाई जान पर भी डिबेट कर ले कोई: ओमप्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ”उत्तर प्रदेश में प्रबुद्ध सम्मेलन हो रहे हैं, जो अबुद्ध लोग हैं, आज भी जो अशिक्षित लोग हैं, उनकी सुध कौन लेगा, ओमप्रकाश राजभर उनकी बात करता है, जिनके यहां अभी भी शिक्षा नहीं पहुंची है.”
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लेकर ओमप्रकाश राजभर ने कहा, “योगी जी में एक खासियत है, मेहनती हैं, ईमानदार हैं लेकिन उनके इर्द-गिर्द जितने भी अधिकारी हैं उनमें से कुछ अधिकारी ऐसे हैं जो उनको ब्लैकमेल कर रहे हैं”
यूपी तक बैठक में ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ”2022 में बीजेपी को सत्ता से बेदखल करके दिखाऊंगा. आप राजभर का खेल देखते जाइए.”
अब्बा जान’ और ‘चाचा जान’ पर सियासी घमासान के बीच ओमप्रकाश राजभर ने कहा, ”महंगाई जान, बेरोजगारी जान, शिक्षा जान पर कोई चर्चा नहीं है. जरा महंगाई जान भी पर डिबेट कर ले कोई.”
शरद पवार का जमींदार वाला बयान अव्यावहारिक था: प्रमोद तिवारी
कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी ने कहा, ”2022 के चुनाव के लिए जनता ने मन बना लिया है कि बीजेपी का सफाया हो जाएगा. बीजेपी को उसके पापों की सजा मिलेगी.”
यूपी तक बैठक में प्रमोद तिवारी ने कहा, ”हमारा किसी भी पार्टी से गठबंधन का कोई इरादा नहीं है.”
कांग्रेस को लेकर एनसीपी चीफ शरद पवार के जमींदार वाले बयान पर प्रमोद तिवारी ने कहा, ”शरद पवार का बयान अव्यावहारिक था, इसे मैं स्वीकार नहीं करता. शरद पवार जी यह भी कहते हैं कि भारत में कांग्रेस के बिना बीजेपी का विकल्प बन ही नहीं सकता.”
अब्बा जान बयानबाजी को लेकर प्रमोद तिवारी ने कहा, ”मुसीबत में योगी को अब्बा जान याद आ रहे हैं. अब्बा जान कहना अपनी असफलताओं से ध्यान हटाना है.”
यूपी में कांग्रेस के मुख्यमंत्री चेहरे के सवाल पर प्रमोद तिवारी ने कहा, ”कांग्रेस में परंपरा ही नहीं है यूपी में मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की. शीला दीक्षित का मामला अपवाद था. हम प्रियंका (गांधी) जी के नाम पर वोट मांगेंगे. विधानमंडल दल का नेता मुख्यमंत्री बनेगा.’
मुकेश सहनी ने बताया किन 4 पार्टियों से नहीं करेंगे गठबंधन
बिहार में एनडीए सरकार का हिस्सा और विकासशील इंसान पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी ने कहा, ”हम लोग जातिगत जनगणना की बात कर रहे हैं. एक बार जातिगत जनगणना आ जाए तो स्थिति साफ हो जाएगी कि हमारी वोटबैंक क्या है.”
यूपी तक बैठक में मुकेश सहनी ने कहा, ”जो लोग हमारे वोट को नजरअंदाज करते हैं, वो यूपी में कम से कम 75 सीट हारेंगे.”
यूपी में गठबंधन को लेकर सहनी ने कहा, ”चार पार्टी के साथ हमारा गठबंधन बिल्कुल भी नहीं होगा, जिसमें बीजेपी, एसपी, बीएसपी और कांग्रेस हैं. अगर केंद्र में (निषादों के लिए) आरक्षण लागू होता है तो निश्चित तौर पर हम बीजेपी की हर शर्त मानने को तैयार हैं.”
अनुप्रिया पटेल ने गाया ‘चिट्ठी न कोई संदेश’ गाना
यूपी तक बैठक में अपना दल (एस) की नेता और केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा, ”वेबसीरीज में जैसा दिखाने की कोशिश की गई, वैसा मेरा मिर्जापुर नहीं है.”
जातिगत जनगणना को लेकर पटेल ने कहा, ”जातिगत जनगणना देश के लिए बहुत जरूरी है. देश में पिछड़े वर्ग की बहुत सी जातियां आज अदृश्य हैं, उनकी कोई पहचान नहीं है. भारत जातियों का देश है, जातियों के वजूद को आप नकार नहीं सकते.”
उन्होंने कहा, ”जब आपके पास आबादी के आंकड़े आएंगे तभी आप किसी निष्कर्ष पर पहुंच पाएंगे कि किसे आरक्षण का लाभ ज्यादा मिला, किसे कम.”
यूपी तक बैठक में अनुप्रिया पटेल ने अपने पिता को भी याद किया और ‘चिट्ठी न कोई संदेश’ गाना गाया.
चिट्ठी न कोई संदेश… जाने वो कौन सा देश, जहां तुम चले गये
अपना दल (एस) की मुखिया अनुप्रिया पटेल ने #UPTakBaithak के मंच पर गुनगुनाया ये गाना, आप भी सुनिये।@AnupriyaSPatel pic.twitter.com/CXRQDBPKZe
— UP Tak (@UPTakOfficial) September 18, 2021
जो धर्म की पिच पर आएगा, वो बीजेपी से मात खाएगा: चंद्रशेखर आजाद
यूपी तक बैठक में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ”मायावती मेरी बुआजी हैं. बुआ-भतीजे में नाराजगी कैसी.”
उन्होंने बीएसपी को लेकर कहा,
”अब सतीश चंद्र मिश्रा बीएसपी के मालिक हो गए हैं. बहुजन विचारधारा थी कभी, आज पता नहीं किन मुद्दों पर बात होती है.”
चंद्रशेखर आजाद
जाति व्यवस्था को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने कहा, ”जाति व्यवस्था बहुत बुरी चीज है, मैं इसका बहिष्कार करता हूं.”
बीजेपी को लेकर चंद्रशेखर आजाद ने कहा ”वो लोग धर्म की पिच पर लाना चाहते हैं, लेकिन हम इस पर नहीं आएंगे. हमें पता है कि इस पिच पर जो भी आएगा, वो बीजेपी से मात खाएगा.’
ब्राह्मण बुद्धिमान है, वो सब जानता है: रीता बहुगुणा जोशी
यूपी तक बैठक में बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, ”2014 से 2017 तक समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान यूपी में जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ लोगों तक नहीं पहुंचा.”
कांग्रेस को लेकर उन्होंने कहा, ”मैं कांग्रेस में बहुत लंबे समय तक रही हूं, मैंने कार्यशैली देखी है. नेता उसमें अच्छे हैं. वर्कर गायब हैं.”
क्या सचमुच ब्राह्मणों की नाराजगी है योगी सरकार से? इस सवाल पर रीता बहुगुणा जोशी ने कहा, ”पार्टी की नीति साफ है- सबका साथ, सबका विकास. योगी आदित्यनाथ-नरेंद्र मोदी को काम पर घेरा नहीं जा सकता. ऐसे में भ्रम फैलाया जा रहा है. ब्राह्मण बुद्धिमान है, वो सब जानता है. कोरोना-बाढ़ संकट में बहनजी (मायावती) नजर नहीं आईं, आज उनको ब्राह्मण याद आ गए.”
ओवैसी की रैलियों में भीड़ पर क्या बोले एसपी नेता?
यूपी तक बैठक में समाजवादी पार्टी के नेता धर्मराज सिंह पटेल ने गठबंधन के सवाल पर कहा, ”हमारी पार्टी सक्षम है. किसान-व्यापारी हमारे साथ जुड़ गया है. जो लोग गठबंधन करना चाहेंगे, उनको उचित सम्मान दिया जाएगा.”
वहीं, समाजवादी पार्टी नेता मनोज पांडेय ने प्रबुद्ध वर्ग सम्मेलन से जुड़े सवाल पर कहा, ”जिस वर्ग के साथ अन्याय हुआ, समाजवादी पार्टी उसके साथ खड़ी हुई.”
उन्होंने कहा, ”उत्तर प्रदेश में आज बेरोजगारी बड़ा मुद्दा है. नौजवान आज आत्महत्या कर रहा है. नौजवान और किसान अखिलेश यादव की तरफ आशावादी नजरों से देख रहा है.”
असदुद्दीन ओवैसी की रैलियों में भीड़ से जुड़े सवाल पर मनोज पांडेय ने कहा कि ‘मजमे में लगने वाली भीड़’ के हिसाब से वोटों का आकलन नहीं किया जा सकता.
BJP के नेता भी मुख्तार अंसारी के फाटक पर माथा टेकते हैं: ओम प्रकाश राजभर