Ramadan 2023: रमजान में UP की मस्जिदों में लाउडस्पीकर को लेकर उठी ये मांग, जानें

सत्यम मिश्रा

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Ramadan 2023: आगामी 23 मार्च से रमजान का महीना शुरू हो रहा है. इसी को लेकर राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने उत्तर प्रदेश के चीफ सेक्रेटरी दुर्गा शंकर मिश्रा को ek पत्र लिखकर कई चीजों की मांग की है. उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने कहा कि ‘आगामी 23 मार्च से मुसलमानों का पवित्र त्योहार रमजान शुरू हो रहा है. जो एक बहुत बड़ा त्योहार है. ऐसे में उत्तर प्रदेश के सभी जिलों की मस्जिदों के आसपास साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित कराई जाए. बकौल अशफाक सैफी, साफ-सफाई के अलावा जब त्योहार में इफ्तार का समय हो तो इस दौरान बिजली ना काटी जाए. ताकि इबादत करते वक्त कोई दिक्कत ना हो. साथ ही पानी की भी कोई किल्लत ना पड़े.’

मस्जिदों के पास लगे स्ट्रीट लाइट: अशफाक सैफी

उत्तर प्रदेश राज्य अल्पसंख्यक आयोग के प्रेसिडेंट ने मुख्य सचिव को लिखे पत्र में यह भी मांग की है कि ‘राज्य के शहरों में जहां कहीं भी मस्जिद मौजूद है, वहां पर स्ट्रीट लाइट की भी व्यवस्था की जाए. ताकि नमाजियों को रात में किसी भी प्रकार से कोई परेशानी ना हो. वहीं, रमजान की प्रत्येक रात्रि में तरावीह की नमाज अदा की जाती है और इस दौरान काफी भीड़ रहती है. उधर ईद के दिन ईदगाहों और मस्जिदों में भी काफी भीड़ उमड़ कर आती है. तो ऐसे में मस्जिदों और ईदगाहों के आस पास पर्याप्त मात्रा में सुरक्षा व्यवस्था के इंतजाम करवाए जाएं.’

लाउडस्पीकर को लेकर की गई ये मांग

अशफाक सैफी ने मुख्य सचिव को लिखे लेटर में यह भी लिखा है कि ‘कई जिलों से अल्पसंख्यक आयोग के पास शिकायतें आ रही हैं कि नमाज कोर्ट द्वारा निर्धारित लाउडस्पीकर की आवाज के मानक के हिसाब से ही अदा की जा रही है, लेकिन इसके बावजूद भी पुलिस मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर को उतार रही है. जबकि उन मस्जिदों पर जो लाउडस्पीकर लगे हैं, वे कोर्ट द्वारा निर्धारित डेसिबल के मानक पर ही संचालित किए जा रहे हैं. जिन मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर मानक के अनुसार संचालित किए जा रहे हैं, उन्हें ना उतरवाया जाए.’

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