लखनऊ के छात्र ने बनाया बुगाटी विंटेज कार का ऐसा मॉडल कि हर तरफ हो रही चर्चा, जानें खासियत

सत्यम मिश्रा

Lucknow News: विंटेज कार हमेशा से ही लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने का काम करती रही हैं. इसके पीछे का कारण शायद यह हो…

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Lucknow News: विंटेज कार हमेशा से ही लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करने का काम करती रही हैं. इसके पीछे का कारण शायद यह हो सकता है कि पुराने समय की विंटेज कार अब धीरे-धीरे लुप्त हो रही हैं और ऐसे में जब लोग इसे देखते हैं तो इसके पीछे-पीछे खिंचे चले जाते हैं और फिर इसे देखते ही रह जाते हैं. शायद यही कारण है कि लखनऊ विश्वविद्यालय के ललित कला संकाय में पढ़ाई करने वाले छात्र शिवम सिंह ने बुगाटी विंटेज टाइप-41 कार का रिप्लिका मॉडल बनाया है. वह भी 200 किलो थर्माकोल की मदद से. थर्माकोल से बनी कार को देखकर कोई यह नहीं कह सकता कि यह असली कार नहीं है.

बुगाटी विंटेज टाइप-41 कार दुनिया की ‘सबसे लंबी’ कार है

एलयू के छात्र शिवम सिंह ने बताया कि बुगाटी विंटेज टाइप-41 कार दुनिया की सबसे लंबी कार है, जिसका रिप्लिका उन्होंने थर्माकोल से बनाया है. शिवम ने बातचीत में बताया कि जिस कार का उन्होंने रिप्लिका मॉडल बनाया है, वह साल 1927 में सिर्फ 5 ही थीं. इसके बाद किसी कंपनी ने इतनी लंबी कार नहीं बनाई. कला के छात्र शिवम द्वारा बनाई गई थर्माकोल वाली कार की चर्चा बहुत हो रही है और लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं.

शिवम को मिल चुके हैं ये खिताब

शिवम को इंडिया बुक रिकॉर्ड, नेशनल बुक रिकॉर्ड, एशिया रिकॉर्ड ने थर्माकोल से सबसे लंबी कार बनाने का खिताब का दर्जा दिया है. वहीं, लिम्का और गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में शिवम द्वारा बनाई गई थर्माकोल से सबसे लंबी कार के खिताब के लिए प्रक्रिया चल रही है. शिवम के अनुसार, 3 माह के भीतर ही गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में उनका शामिल हो जाएगा, क्योंकि भारत देश समेत अन्य देशों में भी अभी तक किसी ने दुनिया की सबसे लंबी विंटेज कार का रेप्लिका मॉडल थर्माकोल से नहीं बनाया है.

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जानें शिवम द्वारा बनाई गई कार की खासियत

लंदन में बुगाटी विंटेज टाइप-41 का मॉडल म्यूजियम में रखा गया है. शिवम ने जानकारी देते हुए बताया कि उनके द्वारा बनाई गई कार की लंबाई 20 फिट, चौड़ाई 7 फीट और ऊंचाई 6 फीट है, जिसको बनाने में 28 दिन का समय लगा. उन्होंने बताया कि इसमें 200 किलो थर्माकोल का प्रयोग किया गया है. शिवम ने इच्छा जताई है कि उनके द्वारा बनाई गई इस कार को लखनऊ विश्वविद्यालय के संग्रहालय में रखा जाए, ताकि आने वाले छात्रों को यह प्रेरणा मिलती रहे. लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र शिवम पहले इस कार को फाइबर का इस्तेमाल करके बनाना चाहते थे, लेकिन फाइबर की कार बनाने में 17 से 18 लाख रुपये का खर्चा आ रहा था और मध्यम परिवार से होने के नाते उन्होंने थर्माकोल से कार बनाने की सोची, जिसमें 40 से 45 हजार की लागत आई. फिलहाल लखनऊ विश्वविद्यालय के मूर्तिकल विभाग के छात्र द्वारा थर्माकोल से बनाई गई बुगाटी विंटेज की रिप्लिका मॉडल की चर्चा खूब है.

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