बिजली कर्मियों की हड़ताल से चरमराई व्यवस्था, लोग परेशान, अब सरकार ने की ये सख्त कार्रवाई
उत्तर प्रदेश में हो रही बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर दिखने लगा है. प्रदेश के कई जिलों में बिजली या तो गुल है या…
ADVERTISEMENT
उत्तर प्रदेश में हो रही बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर दिखने लगा है. प्रदेश के कई जिलों में बिजली या तो गुल है या बिजली आपूर्ति घंटों बाधित हो रही है. गांवों और कस्बों में तो व्यवस्था चरमराई गई है. लोगों को पानी की दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है. कारोबार पर भी बिजली कर्मियों की हड़ताल का असर पड़ा है. ऐसे में अब सरकार भी हड़ताल पर गए कर्मियों के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है.
बता दें कि ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने हड़ताल करने वाले कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी भी दी है. इसी बीच राष्ट्रीय सम्पत्ति को नुकसान पहुचाने और आमजन को परेशानी में डालने पर कर्मियों के खिलाफ ऊर्जा विभाग ने की अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई की है.
22 कर्मचारियों के खिलाफ एम्सा के तहत कार्रवाई
यह भी पढ़ें...
ADVERTISEMENT
मिली जानकारी के मुताबिक, हड़ताल करने वाले 22 कर्मचारियों पर एसेंशियल सर्विसेज मेंटेनेंस एक्ट के तहत कार्रवाई की गई है. इसी के साथ 29 कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. 6 कर्मियों को सस्पेंड करके उनको लखनऊ के बाहर भेजने का आदेश दिया गया है.
इसी के साथ हड़ताल में शामिल होने और कार्य न करने पर 1332 संविदा कर्मियों को भी बर्खास्त कर दिया गया है. सरकार ने चेतावनी दी है कि अगर वह काम पर न लौटे तो ऐसे हजारों लोगों को भी बर्खास्त किया जाएगा.
ADVERTISEMENT
कानपुर में भी हुआ बड़ा एक्शन
कानपुर में भी बिजली कर्मियों की हड़ताल को लेकर बड़ा एक्शन हुआ है. कानपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी (केस्को) ने सख्त एक्शन लेते हुए काम पर न आने पर 243 कर्मियों को बर्खास्त कर दिया है. इसी के साथ कुछ कर्मियों के खिलाफ केस दर्ज करवाया गया है. बर्खास्त होने वाले कर्मियों के खिलाफ ये भी तय किया गया है कि उन्हें फिर से केस्को में नौकरी नहीं मिलेगी.
ADVERTISEMENT
केस्को के इस फैसले के बाद भी कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर जिद पर अड़े हुए है. बता दें कि बिजली कर्मियों को ऊर्जा मंत्री की चेतावनी का भी कोई असर नहीं पड़ा है. बिजली कर्मियों का कहना है कि उनकी 72 घंटे की हड़ताल अब अनिश्चितकालीन हड़ताल में बदल सकती है.
बता दें कि इस हड़ताल का यूपी में अब बड़ा असर देखने को मिल रहा है. पश्चिम यूपी, अवध, पूर्वांचल और ब्रज क्षेत्रों, यानी यूपी के लगभग हर क्षेत्र से लोगों की परेशानी की तस्वीरे और खबरे सामने आ रही हैं. कई जगह लोगों ने बिजली विभाग के खिलाफ विरोध प्रदर्शन भी किया है. बिजली कर्मियों की इस हड़ताल से व्यवस्था चरमरा गई है.
उत्पादन निगमों की 5 इकाइयां हुई ठप
बता दें कि बिजली कर्मियों की हड़ताल को प्रदेश में व्यापर असर देखने को मिल रहा है. बिजली कर्मी संघर्ष समिति के पदाधिकारी शैलेंद्र दुबे ने दावा करते हुए बताया है कि इस हड़ताल से उत्पादन निगमों की की 5 इकाइयां ठप हो गई हैं तो वहीं पारेषण की कई लाइनें बंद हैं. हड़ताल से व्यापक पैमाने पर 33/11 केवी उपकेंद्रों की आपूर्ति व्यवस्था चरमरा गई है.
समिति के पदाधिकारियों का दावा है कि इस हड़ताल से अनपरा में 210-210 मेगावाट क्षमता की 2 इकाइयां, ओबरा में 200-200 मेगा वाट क्षमता की 9 एवं 11 नंबर की इकाई, पारीछा में 210 मेगा वाट क्षमता की 3 नंबर की इकाई बंद करनी पड़ी है.
इसी के साथ यूपी के कई हिस्सों से बिजली आपूर्ति ठप या घंटों बाधित होने की खबर सामने आ रही है. अब देखना यह है कि सरकार और बिजली कर्मियों के बीच समझौता होता है या ये गतिरोध यूं ही बना रहेगा.
(सत्यम मिश्रा के इनपुट के साथ)
ADVERTISEMENT